- ड्राइवरों की कमी से जूझ रहा पुलिस डिपार्टमेंट

-एक महीने में पुलिस की तीन गाडि़यों का हो चुका है एक्सीडेंट

-कंट्रोल रूम में नई 28 गाडि़यां आने के बाद बढ़ी है प्राब्लम

piyush.kumar@inext.co.in

ALLAHABAD: सालों से पुलिस थाने की गाड़ी चला रहे ड्राइवर्स की डिमांड बढ़ गई है। डिमांड ऐसी बढ़ी है कि उनके लिए प्राब्लम खड़ी हो गई है। हो भी क्यों न! पुलिस स्टेशन में पोस्टिंग रहेगी तो खर्चा पानी भी मिलता रहेगा और अगर हाई टेक कंट्रोल रूम में चले गए तो सब बंद हो जाएगा। जी हां, आज कल पुलिस विभाग में एक्सपर्ट ड्राइवर को लेकर मारामारी मची है। कोई भी नहीं चाहता कि पुलिस के हाईटेक कंट्रोल रूम की गाडि़यों को चलाया जाए।

सिर्फ जुगाड़ का काम

दरअसल जनवरी से पुलिस हाई टेक कंट्रोल रूम की ख्8 लग्जरी गाडि़यों को शहर में दौड़ा दिया गया। इसलिए पुलिस आफिसर कोई रिस्क लेना नहीं चाहते थे। उन्होंने एक्सपर्ट ड्राइवर की डिमांड की। ज्यादा रिस्पांस नहीं मिला तो शहर और आसपास के थानों से एक्सपर्ट ड्राइवर की मांग की गई। फिर क्या था। ज्यादातर थानों में गाड़ी चलाने वाले ड्राइवर को पुलिस कंट्रोल रूम से अटैच कर दिया गया। पुलिस आफिसर चाहते थे कि नई गाडि़यां हैं, एक्सपर्ट ड्राइवर रहेंगे तो प्राब्लम नहीं होगी। लेकिन ऐसा होते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। आदेश के तहत सबको आमद तो करनी पड़ी गई लेकिन उसके बाद से ही लोगों ने अपना अपना जुगाड़ लगाना शुरू कर दिया। ज्यादातर लोग इसमें सफल हो गए। उन्होंने आफिसर से लेकर नेताओं तक की जुगाड़ लगाकर अपने ट्रांसफर कैंसिल करा दिया।

नहीं चाहता है कोई

जिसके पास जुगाड़ था वह एक बार फिर से पुलिस कंट्रोल रूम से थानों में पहुंच चुका है। लेकिन जिसका जुगाड़ काम नहीं किया वह अभी भी पुलिस कंट्रोल रूम की गाडि़यां चला रहा है। लेकिन एक्सपर्ट ड्राइवर की काफी कमी है। इस टीम में वो लोग भी शामिल हैं जिनकी थानेदारों से कुछ अनबन चल रही थी। उन्होंने भी अपने टशन में ड्राइवर्स को कंट्रोल रूम पहुंचा दिया है। लेकिन ज्यादातर नहीं चाहते हैं कि वे पुलिस की हाई टेक कंट्रोल रूम की गाड़ी चलाए।

एक महीने में तीन एक्सीडेंट

एक महीने में पुलिस की गाडि़यों का तीन बार एक्सीडेंट हो चुका है। सबसे पहले तो पुलिस की हाईटेक कंट्रोल रूम की गाड़ी का ही धूमनगंज एरिया में एक्सीडेंट हुआ। जिससे गाड़ी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। उसके बाद धूमनगंज पुलिस की जीप ने विक्रम वाले को ठोक दिया। इस एक्सीडेंट में भी कई पुलिस वाले जख्मी हो गए। अभी तीन दिन पहले ही सरायममरेज पुलिस की जीप पेड़ से टकरा गई। जिसमें जख्मी सब इंस्पेक्टर अभी हॉस्पिटल में मौत से लड़ रहा है।

इस चूक का कारण क्या है

इन तीनों एक्सीडेंट के पीछे असली कारण क्या हैं, यह तो पुलिस की जांच के बाद ही सामने आएगा। लेकिन चर्चा तो यही है कि एक्सपर्ट ड्राइवर की कमी पुलिस विभाग में खल रही है। ड्राइवर को लेकर कई बार माथापच्ची हो रही है। एक्सपर्ट ड्राइवर की डिमांड इतनी है कई बार पुराने आफिसर वापस इलाहाबाद आते हैं तो वह अपने साथ वाले ड्राइवर को ही डिमांड करते हैं।

निकलेगी सीधी भर्ती

इस मामले में पुलिस विभाग की ओर से ठोस निर्णय लिया है। कुछ दिन पहले ही पुलिस हेड क्वार्टर के डीजीपी ने कहा था कि पुलिस विभाग में ड्राइवर की अलग से भर्ती की जाएगी। इसके लिए पुलिस हेड क्वार्टर की ओर से तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। पुलिस सोर्सेज की मानें तो बिना ड्राइवर की भर्ती हुए इस समस्या का समाधान नहीं हो सकता।

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फैक्ट फाइल

-पुलिस कंट्रोल रूम को मिली हैं ख्8 लग्जरी गाड़ी

-ड्राइवर के लिए परेशान है पुलिस विभाग

-पहले थानों के ड्राइवर को कंट्रोल रूम से किया गया था अटैच

-कई एक्सपर्ट ड्राइवर ने लगा लिया अपना जुगाड़

-कंट्रोल रूम की ड्यूटी कैंसिल कराकर वापस पहुंच गए पुलिस स्टेशन

-अब एक्सपर्ट ड्राइवर की कमी नहीं हो पा रही पूरी

-पुलिस की गाडि़यों से बढ़ने लगी हैं रोड एक्सीडेंट की घटनाएं

-एक महीने में तीन एक्सीडेंट की हो चुकी हैं घटनाएं