-हिल ट्रैक की अग्नि परीक्षा को करना होगा पास

-कॉमर्शियल लाइसेंस धारकों के लिए बनाई पॉलिसी

-लाइसेंस रिन्यूअल नहीं हुआ, तो खतरे में होगी जॉब

om.prakash@inext.co.in

DEHRADUN : आप अगर कॉमर्शियल लाइसेंस धारक हैं, तो इसके नवीनीकरण पर आपको रिफ्रेशर कोर्स के साथ ही एक और अग्नि परीक्षा से भी गुजरना पड़ेगा। क्योंकि अगर इस परीक्षा में आप पास नहीं हुए तो शायद आपका लाइसेंस रिन्यू नहीं होगा और लाइसेंस रिन्यू न होने पर आपकी जॉब भी खतरे में पड़ सकती है।

अब हिल ट्रैक एग्जाम

दरअसल, परिवहन विभाग ने कॉमर्शियल लाइसेंस के रिन्यूअल पर लाइसेंस धारक के लिए रिफ्रेशर कोर्स में अब हिल ट्रैक एग्जाम भी शुरू करने का प्लान बनाया है। इसके तहत दो दिन के रिफ्रेशर कोर्स में लाइसेंस धारक को प्लेन ट्रैक के अलावा अब हिल ट्रैक पर गाड़ी चलाकर दिखानी होगी। इस हिल ट्रैक पर एक निश्चित जगह से आपको गाड़ी को बैक करना और दूसरी गाड़ी को पास देना आना होगा। इसके अलावा इंडिकेटर्स और लाइट्स सिस्टम पर भी आपको विशेष ध्यान देने की जरुरत है।

झाझरा में बनेगा ट्रेनिंग सेंटर

परिवहन विभाग के झाझरा स्थित ट्रेनिंग सेंटर में यह हिल ट्रैक शीघ्र ही बनाया जाएगा, जहां दो दिन के रिफ्रेशर कोर्स के साथ हिल ट्रैक पर भी लाइसेंस धारक को गाड़ी चलाकर आरटीओ कर्मियों को दिखानी पड़ेगी। हिल ट्रैक पर गाड़ी चलाने में आप नाकाम रहे, तो रिफ्रेशर कोर्स में आप पास नहीं हो पाएंगे और आपका लाइसेंस रिन्यू नहीं हो पाएगा।

तो खतरे में होगी जॉब

जाहिर सी बात है कि आपके पास कॉमर्शियल लाइसेंस है, तो आप किसी गवर्नमेंट या प्राइवेट डिपार्टमेंट में जॉब करते होंगे और अगर लाइसेंस रिन्यूअल की डेट समाप्त हो जाती है, तो आपका लाइसेंस अवैध करार दिया जाएगा। अवैध लाइसेंस होने पर डिपार्टमेंट भी आपको जॉब से निकाल सकता है।

बिना डीएल के ड्राइविंग करना अपराध

बिना लाइसेंस के ड्राइविंग करना भी अपराध की श्रेणी में आता है। पकड़े गए तो जेब से मोटी रकम चालान के रूप में जमा करनी होगी और अगर आपकी गाड़ी से एक्सीडेंट हो गया तो आपको जमानत के भी लाले पड़ सकते हैं। हर तीन साल में आरटीओ से कॉमर्शियल लाइसेंस रिन्यू होता है। ऐसे में इतनी सारी प्रॉब्लम्स से छुटकारा पाना है तो आपको रिफ्रेशर कोर्स में हिल ट्रैक की अग्नि परीक्षा को पार करना ही पड़ेगा।

'कॉमर्शियल लाइसेंस चालक को अपना लाइसेंस रिन्यूअल करने पर रिफ्रेशर कोर्स में अब हिल ट्रैक पर भी गाड़ी चलाकर दिखानी पड़ेगी। स्टेट में करीब 90 परसेंट हिल रूट हैं ऐसे में हिल ट्रैक पर टेस्ट लिए जाने का प्लान है। झाझरा स्थित ट्रेनिंग सेंटर में यह हिल ट्रैक बनेगा। फिलहाल मुख्यालय लेवल पर यह प्रस्ताव में शामिल है.'

-संदीप सैनी, एआरटीओ प्रशासनिक, देहरादून