दरअसल ये सब पैसे की माया है। आरटीओ ऑफिस में दलाल मेल खूब दौड़ती है। पैसे से कंडम गाड़ी का भी फिटनेस सर्टिफिकेट बन जाता है.

पैसा फेंको तमाशा देखो

आपको आरटीओ में लाइसेंस बनवाना है तो पहले यहां से चार रुपए का फॉर्म लें। फॉर्म भरने के बाद इसकी फीस जमा कराएं। लंबी लाइन लगती है, दिक्कतें हो सकती हैं। फीस जमा करवाने के बाद आपका लाइसेंस बायोमैट्रिक के लिए जाता है। वहां फोटो और साइन होते हैं। इसके बाद फॉर्म आगे जाता है और आपकी पूरी डिटेल तैयार होती है। यह एक दिन का प्रोसेस है।

Waiting in test room
अब आप अपने फॉर्म के बारे में जानकारी लेने के लिए अगले दिन आरटीओ पहुंचेंगे। जहां आपका फॉर्म टेस्ट के लिए तैयार होता है। टेस्ट में एक एग्जाम पेपर दिया जाता है, जिस पर ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चन होते हैं। लेकिन अगर आप अपनी जेब ढीली करें तो इस पेपर से डरने की जरुरत नहीं, वरना हो सकता है सब कुछ जानते हुए आपको फेल कर दिया जाए।

Licence के लिए इंतजार
अब आपको डीएल के लिए इंतजार करना होगा। सात दिन का समय एक नॉर्मल लाइसेंस को लगते हैं। घर लाइसेंस पहुंचता है। यह व्यवस्था लर्निंग के लिए है। लर्निंग छह महीने के लिए होता है। फिर एक बार आपको यहां आना होगा। अब वही प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा, लेकिन अब ड्राइविंग टेस्ट लिया जाता है, गाड़ी चलानी भले ही न आती हो लेकिन यहां भी पैसे खर्च करके सब काम हो जाता है।

बोलो मनी-मनी
आपको अपनी गाड़ी का जल्दी फिटनेस सर्टिफिकेट चाहिए तो दलाल मेल में सफर करना पड़ेगा। आपको कुछ ही देर में सर्टिफिकेट मिल जाएगा। ओवर लोडिंग और गड़बड़ होती है तो भी कोई समस्या नहीं है। इसका भी इलाज दलाल मेल में ही मिल जाएगा। दलाल मेल ऐसी गाड़ी है जिसके थ्रू आपकी गाड़ी के साथ खुद की फिटनेस का भी सर्टिफिकेट आपको मिल जाता है।

आम पब्लिक पर हावी दलाल मेल
आरटीओ ऑफिस में आपको दलालों की फौज खुलेआम घूमती मिल जाएगी। अगर खिडक़ी पर आम आदमी पहले चला जाता है तो दलाल उसका विरोध करते हैं, मानो यह ऑफिस उनके लिए ही बना है।

नहीं देना होता टेस्ट

दलाल मेल में खास बात ये है कि आपको यहां हर सुविधा मिल जाती है। इसके लिए आपको अधिक पैसे देने होते हैं। जहां लर्निंग के लिए साठ रुपए फीस लगती है वहीं आपको आठ सौ से एक हजार रुपए तक चुकाने पड़ते हैं। इसमें आपको यह छूट होती है कि आप टेस्ट नहीं देंगे। आपको यहां दो दिन आने की जरुरत नहीं होती। एक ही दिन में काम हो जाता है। पक्के लाइसेंस के लिए आपको छह महीने का समय होता है। आप एक महीने बाद भी बनवा सकते हो। इसके लिए भी आपको हजार रुपए तक चुकाने पड़ेंगे। जबकि फीस दो सौ रुपए है।


यह जान लें
लर्निंग की फीस - साठ रुपए
आरटीओ के दो दिन तक चक्कर लगाने पड़ेंगे।
आपकी डिटेल के लिए आपको कई समस्याओं से जूझना पड़ेगा।
टेस्ट देना होगा और परेशानी झेलनी पड़ेगी।
लाइसेंस सात दिन बाद आएगा, समस्या भी हो सकती है।
इतने दिन तक आपको बिना लाइसेंस के गाड़ी चलानी पड़ेगी।

दलाल मेल
आपको बिना किसी समस्या के एक दिन में काम फाइनल हो जाता है।
फीस - 800 से 1000


लाइट या पक्का लाइसेंस
फीस - 200 रुपए
छह महीने से पहले और एक महीने के बाद कभी भी बनवा सकते हैं।
इसके लिए फिर से आपका बायोमैट्रिक होगा।
आपके साइन और आपका फोटो खिंचेगा।
फिर से फीस जमा कराकर वही प्रक्रिया होगी।
करीब दो दिन तक एक बार फिर आपको यहां समय देना होगा।
लाइसेंस के लिए सात दिन या इससे ज्यादा समय लग सकता है।

दलाल मेल
फीस -900 से 1100 रुपए तक
एक दिन जाना होगा और आपको कोई समस्या नहीं झेलनी पड़ेगी।

 

"दलाल एक आम आदमी के लिए सुविधा प्रदान कराता है। इसके लिए वह पैसे भी ले लेता है तो क्या बुराई है। कुछ लोग तो एकदम अनपढ़ होते हैं। वे इनके बिना कुछ कर ही नहीं सकते."
-बीके गुप्ता, आरटीओ