घरों पर पसरा मातमी सन्नाटा, आने जाने वालों का लगा तांता

फीरोजाबाद: विष्णू और अंकित की तलाश में तीसरे दिन पुलिस और परिजनों ने सुबह साढ़े दस बजे से तलाश शुरु हुई। नयाबांस से बलाई घाट तक नाव द्वारा यमुना में खोजबीन की गई। फिर भी दोनों में से किसी का कोई सुराग नहीं लगा। जैसे-जैसे समय बढ़ता जा रहा है, पुलिस और परिजनों की आस भी टूटती जा रही है। दोनों किशोरों के घर पर मातमी सन्नाटा पसर गया ह। रिश्तेदार और व्यवहारियों का उनके घर पर तांता लगा हुआ है।

सोमवार दोपहर पांच“बच्चे यमुना में डूब गए थे। इनमें से तीन को साहसी युवक दिलीप ने निकाल लिया था। लेकिन नगला विश्णू निवासी विष्णू (17) और लेबर कालोनी निवासी 12 वर्षीय अंकित जादौंन का तीसरे दिन भी कोई सुराग नहीं लगा है। बुधवार को किशोरों की तलाश सीओ सदर जगदीश सिंह के निर्देशन और इंस्पेक्टर राजीव यादव के नेतृत्व में शुरु हुई। सुबह से शाम तक नावों द्वारा बलाई घाट तक यमुना के दोनों किनारों को चैक किया गया, लेकिन कुछ नहीं मिला। किशोरों के परिजन भी पुलिस के साथ तलाश में जुटे रहे। जैसे-जैसे समय बढ़ता जा रहा है, किशोरों के मिलने की आस टूटती जा रही है। इसकी वजह यमुना में पल रहे बड़े-बड़े कछुए और मछलियां हैं। तीन दिन से चल रही बेनतीजा तलाश के कारण किशोरों के घरों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। अंकित और विष्णू के परिवार में तीन दिन से खाना भी नहीं पक रहा है। पड़ोस के लोग ही परिवार के साथ हमदर्दी जताकर थोड़ा बहुत जबरन खिला रहे हैं। इंस्पेक्टर राजीव यादव ने बताया गुरुवार को सुबह आठ बजे से बलाई घाट से बटेश्वर तक नाव द्वारा यमुना में किशोरों की तलाश के लिए अभियान चलाया जाएगा।