- 500 करोड़ का बिजनेस प्रभावित

- 5000 ट्रकों का राजधानी से नहीं हुआ संचालन

इनकी आपूर्ति ठप

भवन निर्माण सामग्री, आटा और अनाज, कपड़ा, जूता-चप्पल, साबुन, तेल, घी,

- कैसरबाग, दुबग्गा और इंदिरानगर सब्जी मंडी में अभी तक पर्याप्त मात्रा में सब्जियां उपलब्ध

- सीतापुर रोड स्थित फल मंडी में भी दो दिनों तक पर्याप्त फल मौजूद

यह हैं प्रमुख मांगें

- डीजल की दरों को कम किया जाए

- टोल प्लाजा बॅरियर समाप्त हो

- थर्ड पार्टी इंश्योरेंस जीएसटी के दायरे से बाहर हो

- ट्रासंपोर्ट व्यवसाय पर टीडीएस खत्म होना चाहिए

- ट्रांसपोर्टर की हड़ताल का तीसरा दिन

- फल और सब्जियां की आपूर्ति पर दिखेगा असर

- अभी तक हड़ताल से दैनिक उपभोग की चीजों पर नहीं पड़ा कोई असर

LUCKNOW: देशभर में चल रही ट्रक ऑपरेटर्स की हड़ताल यदि इसी तरह जारी रही तो सोमवार से राजधानी में दैनिक उपभोग जैसे सब्जी, दूध व अन्य जरूरी वस्तुओं की सप्लाई प्रभावित होना शुरू हो जाएंगी। वहीं हड़ताल के चलते शनिवार को राजधानी से ट्रकों का संचालन नहीं किया गया। लखनऊ गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन और ट्रक ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन की देखरेख में ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स ने ट्रांसपोर्ट नगर में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कानपुर रोड पर आने वाले ट्रकों को रोक लिया गया। ट्रक ऑपरेटर्स के अनुसार अभी तक लोगों की रूटीन लाइफ पर कोई फर्क नहीं पड़ा है।

बंद हो गई सब्जियों की बुकिंग

ट्रक ऑपरेटर्स के अनुसार तीन दिन तक सब्जियों, फलों और जीवनदायिनी दवाओं के संचालन को हड़ताल से बाहर रखा गया था, लेकिन अब ट्रक ऑपरेटर्स ने उनकी बुकिंग भी बंद कर दी है। ऐसे में इन पर भी असर दिखना शुरू हो जाएगा। ट्रक ऑपरेटर्स के अनुसार दो दिन में अब तक 500 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है।

इन पर पड़ा असर

राजधानी में आने वाले आइटम में शामिल जूता, कपड़े, भवन निर्माण सामग्री, अनाज, स्टेशनरी, आटा, तेल और घी की सप्लाई प्रभावित हो रही है। कई जगह रास्ते में इनसे भरे ट्रक खड़े हैं तो कई जगह से रवाना नहीं हुए। राजधानी से ही रोजाना 5000 ट्रक माल लेकर आस-पास के इलाकों में जाते हैं। ऐसे में इनका चक्का जाम होने से अब लोगों का काम प्रभावित होना शुरू हो गया है। बालू, मौरंग के न आने से परेशानियां शुरू हो गई हैं।

भवन निर्माण सामग्री की सप्लाई बुरी तहर से प्रभावित हो चुकी है। वहीं आटा और अन्य अनाजों के भंडारण में व्यापारी जुट गए हैं। जल्द ही फैसला नहीं हुआ तो आम आदमी पर महंगाई की मार पड़ना तय है।

वीके छाबड़ा

अध्यक्ष, लखनऊ गुड्स ट्रांसपोट एसोसिएशन

हड़ताल नहीं खुली तो किसान से लेकर हर वर्ग के व्यक्ति को नुकसान होगा। हमारा तो नुकसान हो ही रहा है। हड़ताल खुलने पर स्थितियां सामान्य होने में भी तीन दिन का समय लग जाएगा।

जगदीश चंद्र गुप्ता

सदस्य, लखनऊ गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन