आप चौक जाएंगे

स्कूलों के बाहर ड्रग्स सप्लाई होना या बिकना इस बात को आर्मी ऑफिशियल पहले भी कह चुकी है। अब स्कूलों की कैंटीन में ड्रग्स सप्लाई होना और स्टूडेंट्स को बेचना ये बात पहली बार सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार इस बात को लेकर आर्मी ऑफिशियल को भी शक है। आर्मी ऑफिशियल की माने तो ड्रग माफिया स्कूलों के अंदर कैंटीन के थ्रू अपने माल को बेच रहे हैं।

आर्मी करेगी जांच  

आर्मी के हायर ऑफिशियल इस बात को लेकर काफी सीरीयस हैं। साथ ही काफी सकते में भी हैं। इस बात की जांच की पूरी प्लानिंग भी कर ली गई है। ऑफिशियल की माने तो स्कूलों की कैंटीन की काफी गहनता से जांच की जाएगी। साथ ही अगर कोई भी क्लू मिलता है तो स्कूल और जिम्मेदार व्यक्ति के अगेंस्ट कढ़ी कार्रवाई भी की जाएगी। कार्रवाई कब शुरू होगी कैसे की जाएगी, इसके बारे में आर्मी ऑफिशियल ने बताने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा ये पूरी तरह से कांफिडेंशियल है।

सबसे ज्यादा स्कूल हैं कैंट में

इस बात को बिल्कुल भी नकारा जा सकता है कि कैंट क्षेत्र में सिटी के नामी स्कूल मौजूद है। जिनमें सिटी के तमाम उद्योगपतियों, आईएएस, पीसीएस, जज, आईपीएस आदि बड़े घरानों के बच्चे पढ़ते हैं। वहीं ड्रग स्पलायर और माफिया ऐसे ही स्कूलों की ताक में रहते हैं। जिनमें ड्रग्स की कीमत भी आसानी से वसूली जा सके।

'स्कूलों के बाहर तो ड्रग माफिया सक्रिय होने की सूचना तो पहले मिली थी। स्कूलों की कैंटीन पर भी शक है। जिसे दूर करने के लिए कैंटीन की जांच की जाएगी। इस आर्मी काफी सख्त है.'

- मेजर जनरल वीके यादव, जीओसी, वेस्ट यूपी सब एरिया

फैक्ट्स एंड फिगर

- कैंट में आर्मी समेत दो दर्जन से अधिक स्कूल।

- पिछले साढ़ चार महीने में पकड़े जा चुका है 100 किलो नशीला पदार्थ

- सिटी में एक महीने में 20 करोड़ का ड्रग्स का कारोबार।

- जिनमें से 40 फीसदी स्कूलों में होता है ड्रग कारोबार।

- पिछले चार महीने में 19 लोगों से अधिक हो चुके हैं गिरफ्तार।

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