- दिल्ली मेरठ रूट के लिए डीटीसी ने शुरू की 16 लो-फ्लोर बस सीएनजी बसें

- आरएम ने डीटीसी ने नई बसों के संचालन के लिए लखनऊ से परमीशन लाने को कहा

- रोडवेज ने डीटीसी को लिखा लेटर, न भेजी जाएं लो फ्लोर

Meerut : डीटीसी की लो फ्लोर बसें दिल्ली-मेरठ पर उतरते ही रोडवेज पूरी तरह से घबरा गया है। शनिवार को पूरे दिन रोडवेज के अधिकारी इन बसों को लेकर घबराते रहे और बसों के संचालन को लेकर मना करते रहे। फोन पर डीटीसी के अधिकारियों से भी बात होती रही। अब रोडवेज के अधिकारियों ने डीटीसी को लेटर लिखकर पुरानी बसें ही चलाने को कह दिया है।

उतारी 16 बसें

शनिवार को दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन ने मेरठ-दिल्ली रूट पर 16 लो-फ्लोर सीएनजी बसों को उतर दिया। बसों के सड़कों पर आने और भैंसाली बस अड्डे पहुंचते ही भीड़ उन्हीं बसों की ओर बढ़ने लगी। एक के बाद एक लो फ्लोर आने से रोडवेज की बसें खाली ही रह गई। ऐसे में रोडवेज के कंडक्टर्स और ड्राइवर्स ने अधिकारियों से इस बारे मे बात की। तब जाकर इस बात को संज्ञान में लिया।

संचालन रोकने की कोशिश

जब रोडवेज के अधिकारियों ने अपनी आंखों से देखा तो उनके हाथ पांव फूल गए। रोडवेज के आरएम और एआरएम ने डीटीसी कर्मियों से इन बसों के संचालन की परमीशन दिखाने की बात कही। इस बारे में डीटीसी कर्मियों ने अपने अधिकारियों ने बात की। इसके बाद भी बसों का संचालन जारी रहा। दिल्ली से डीटीसी के अधिकारी मेरठ आए लेकिन कोई बात नहीं बनी।

लिखा लेटर

भैंसाली बस स्टैंड के संदीप अग्रवाल ने डीटीसी के अधिकारियों को लेटर लिखा है। संदीप अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने लेटर में लिखा है कि डीटीसी अपनी पुरानी बसों का संचालन करें। नई लो फ्लोर बसों का संचालन बिल्कुल भी न करें। अगर करना है तो इसके लिए लखनऊ से परमीशन लेकर आएं। एक बात साफ है दिल्ली की लो फ्लोर बसों के मुकाबले रोडवेज बसें कहीं नहीं टिकती हैं। ऐसे में रोडवेज अधिकारियों के हाथ पांव फूलना लाजमी हैं।

हमने डीटीसी के अधिकारियों को पुरानी बसें चलाने के लिए लेटर लिखा है। लो बसों के संचालन के लिए डीटीसी के पास कोई परमीशन लेटर नहीं था।

- संदीप अग्रवाल, एआरएम, भैंसाली बस स्टैंड