गमगीन माहौल में विदाई, पंचतत्व में विलीन हुए दूधनाथ

ALLAHABAD: जनवादी लेखक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष दूधनाथ सिंह शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके पार्थिव शरीर को झूंसी स्थित आवास से गाड़ी पर रखकर रसूलाबाद घाट तक लाया गया। घर पर गमगीन माहौल में रिश्तेदारों, साहित्यकारों व उनके प्रशंसकों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं रसूलाबाद घाट पर सैकड़ों की संख्या में शुभचिंतक पहले से ही मौजूद रहे। घाट पर उनके बड़े बेटे अनिमेष ठाकुर ने पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी। घाट पर प्रो। राजेन्द्र कुमार, उनके शिष्य सुधीर सिंह, प्रो। प्रणय कृष्ण, प्रो। हेरम्ब चतुर्वेदी, प्रो। संतोष भदौरिया, कामरेड अविनाश मिश्रा, रामजी राय, रविनंदन सिंह, अजामिल व्यास, अनिल रंजन भौमिक, यश मालवीय, नंदल हितैषी आदि साहित्यकार व रंगकर्मी मौजूद रहे। वहीं यूनिवर्सिटी के वीसी आरएल हांगलू ने दूधनाथ सिंह के निधन पर दुख जताते हुए इसे अपूर्णनीय क्षति बताई। उन्होंने ईश्वर से परिवार को इस घड़ी में साहस देने की प्रार्थना की। सभी के दिल में उनके जाने का गम समाया रहा। हर कोई उनकी कमी को लेकर व्याकुल सा था। उनकी लेखनी की हर कोई तारीफ करते नहीं थक रहा था।