सेशन देर से शुरू होने के चलते यूपी बोर्ड के परीक्षार्थियों की मुसीबत बढ़ी

ALLAHABAD: विधानसभा चुनाव के चक्कर में बोर्ड परीक्षाएं लेट हो गई तो सेशन को तीन महीने आगे बढ़कर जुलाई कर दिया गया और साल का अंत आते-आते सेशन रेग्युलर करने के लिए बोर्ड परीक्षाओं को प्री पोंड करके फरवरी में कर दिया गया। इस चक्कर में पिस गए वे छात्र जिन्हें इस साल यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में शामिल होना है। मानक से 50 फीसदी कक्षाएं संचालित न होने के बाद भी उन्हें परीक्षा में देना मजबूरी होगी। इसे लेकर वे टेंशन में है। यह टेंशन प्रिंसिपल्स को भी है कि आखिर कोर्स पूरा किया कैसे जाएगा। फिलहाल तो पूरा महकमा बोर्ड परीक्षा की तैयारियों पर कंसंट्रेट कर रहा है। इस ओर सोचने की भी किसी को फुर्सत नहीं है।

39 दिन बाद शुरू हो जाएगा प्रैक्टिकल

यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षा का रिजल्ट मार्च इंड तक हर हाल में जारी कर देने की कोशिशों में लगा हुआ है। इस दशा में गंभीरता से कदम आगे बढ़ाते हुए प्रैक्टिकल और रिटेन एग्जाम की तिथियों का ऐलान कर दिया गया है। सेंटर्स फाइनल करने का काम अंतिम चरण में हैं। इसके लिए भी मानक तय कर दिए गए हैं और पूरा जोर है कि इस महीने के अंत तक इसे भी फाइनल कर दिया जाय।

बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के लिए स्टूडेंट्स को काफी कम समय मिला है। हालांकि सभी विषयों का सिलेबस पूरा कराने के लिए टीचर्स एक्स्ट्रा क्लास ले रहे हैं। फिर भी तैयारी के लिए पर्याप्त समय स्टूडेंट्स को नहीं मिल सकेगा। इसके पीछे सेशन लेट शुरू होना और परीक्षा समय से पूर्व शुरू होना है।

बीना गौतम

प्रिंसिपल, जीजीआईसी कटरा

सेशन लेट शुरू होने के साथ ही इस बार प्रतियोगिताओं का आयोजन भी बड़ी संख्या में किया गया। फिर छुट्टियों के कारण भी काफी दिक्कत सामने आई है। इससे स्टूडेंट्स को तैयारी के लिए समय पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल सका है।

इंदू सिंह

प्रिंसिपल, जीजीआईसी, सिविल लाइंस

केवल स्कूल की पढ़ाई के भरोसे तो रह नहीं सकते। अपनी तरफ से पूरा प्रयास कर रहे हैं। इससे प्रेशर थोड़ा कम हुआ है लेकिन टेंशन बनी हुई है। एक्स्ट्रा क्लासेज लग जाएं तो काफी हद तक इस नुकसान की भरपाई हो जाएगी।

हृदयेश तिवारी, छात्र क्लास 12

पहली बार बोर्ड परीक्षा देनी है। हम ही नहीं पैरेंट्स भी टेंशन में हैं। वह नजर रखने के साथ सपोर्ट भी कर रहे हैं। कोचिंग भी ले रहा हूं ताकि कोर्स पूरा रहे। दिसंबर से पूरा कंसंट्रेशन रिवीजन पर चला जाएगा।

विकास आहूजा, छात्र, कक्षा 10

232

दिन क्लासेज का संचालन अनिवार्य है कोर्स कम्प्लीट करने के लिए

91

दिन विधानसभा चुनाव के चक्कर में लेट हो गया सेशन

92

दिन ही अब तक संचालित हो सकी हैं क्लासेज चालू सत्र में

37

दिन विभिन्न अवकाश के चलते बंद रहे स्कूल

15

दिसंबर से हो रही है बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षाएं

06

फरवरी से शुरू हो जाएंगी बोर्ड परीक्षाएं