- जानवरों का कब्रिस्तान बनता जा रहा है पीलीभीत बाईपास, दो दिन बाद सफाई कार्य बंद

BAREILLY:

पीलीभीत बाईपास से 'नरक' साफ करने का दावा हवा हवाई साबित हो रहा है। नगर निगम ने सिर्फ खानापूर्ति के लिए सफाईकर्मियों की फौज लेकर वहां पहुंचा था। जेसीबी के पंजों ने दो चार जगह खरोंच मार दी और सफाईकर्मियों ने 8 ट्रॉली कचरा उठा लिया। जिसके बाद अधिकारियों ने अपनी पीठ थपथपा ली और नरक जस का तस बना रहा। न ही वहां कूड़ा फेंकने वालों की मॉनीटरिंग हो रही है और न ही दो दिन के बाद सफाईकर्मी ही नजर आए। मामले पर नगर निगम के अधिकारी सफाईकर्मियों पर सख्त एक्शन की बात कह रहे हैं। क्या है हकीकत पढि़ए

'लाशों' से भरा पड़ा है बाईपास

नगर निगम ने दो दिन चले सफाईकार्य में 8 कुत्ते, 1 घोड़ा समेत अन्य जानवरों के कंकाल हटाए थे। लेकिन यह अभियान अब औंधे मुंह गिरा है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने नगर निगम के दावों की हकीकत परखी तो पीलीभीत बाईपास के किनारे 'जानवरों का कब्रिस्तान' नजर आया। जहां करीब दर्जनों जानवरों का शव सड़ता हुआ दिखाई दिया। साथ ही, कई जानवरों के कंकाल दिखे। बेहद ही भयावह सा नजारा वहां दिखाई दिया। स्थानीय निवासियों और दुकानदारों ने बताया कि नगर निगम के सफाईकर्मी मनमुताबिक कार्य करते हैं। अधिकारियों की कार्रवाई से बचने के लिए दो दिन तक सफाई की फिर अधिकारियों की तारीफें बटोरकर फिर आराम फरमाने लगे।

बोरे में भरकर फेंक रहे कचरा

जिस समय दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम मौके पर पहुंची वहां एक तांगा पर बोरे में भरकर कचरा फेंका जा रहा था। संबंधित तांगा चालक से जब कूड़ा कहां से लाए तो बताया कि पास ही हुई बिल्डिंग के निर्माण के दौरान हुए गृह प्रवेश का कचरा है। पूछा कि सफाईकर्मी रोकते नहीं तो उसने तंज कसते हुए कहा कि वह खुद ही यहां फेंकते होंगे। मामला कुछ भी हो, लेकिन नगर निगम की पोल तांगा चालक ने खोलकर रख दी है। कहा कि जब सफाईकर्मी अपना कार्य सही समय पर करें और बगैर रुपए लिए करें तो कचरा कहीं न दिखे लेकिन वह बगैर रुपए लिए सफाई करते ही नहीं हैं।

बाईपास पर कचरा हटाने के निर्देश दिए गए हैं। जेसीबी से जितना कचरा हटाना था वह हटा दिया गया है। अगर सफाईकर्मी कचरा नहीं हटा रहे होंगे तो सख्त एक्शन लिया जाएगा।

ईश शक्ति सिंह, अपर नगर आयुक्त