- पत्नी से विवाद के बाद उठाया कदम

- बड़ा बेटा तैरकर निकला बाहर

- छोटे बेटे का शव गोताखोरों ने तलाशा

- डिप्टी कमांडेंट की तलाश जारी

LUCKNOW : पत्‍‌नी से झगड़े के बाद शनिवार सुबह सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट विशम्भर दयाल मौर्या ने अपने दो बेटों के साथ मडि़याव के गोमती नदी स्थित घैला पुल से छलांग लगा दी। बड़ा बेटा तैरकर नदी से बाहर निकला और उसने राहगीरों को इस बारे में बताया साथ ही घर पर और पुलिस को भी इस मामले की जानकारी फोन पर दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से मासूम का शव बाहर निकलवाया लेकिन अभी तक डिप्टी कमांडेंट का कोई पता नहीं चला है।

10 साल पहले हुइर् थी शादी

मूलरूप से मलिहाबाद जगदीशपुर निवासी विश्म्भर दयाल मौर्य (36) पत्नी अनुराधा, बेटे तेजस्व (7) और वंश (3) के साथ आईआईएम रोड एल्डिको सिटी में रहते थे। विशम्भर दयाल लखनऊ के बिजनौर स्थित सीआरपीएफ ऑफिस में बतौर डिप्टी कमांडेंट तैनात थे। दस साल पहले उनकी शादी अनुराधा से हुई थी। इनके दोनों बेटे सीएमएस में पढ़ते हैं।

नाराज होकर चली गई थी मायके

पुलिस के अनुसार विशम्भर पत्‍‌नी के साथ मारपीट करता था जिससे नाराज होकर वह मायके चली गई थी। विशम्भर ने फोन कर अनुराधा से वापस आने को कहा था लेकिन अनुराधा ने आने से मना कर दिया था। शुक्रवार शाम विशम्भर ने ससुराल दोबारा फोन किया लेकिन ससुराल वालों ने फोन ऑफ कर दिया।

दो बार दी आत्महत्या की धमकी

विशम्भर के भतीजे सुधीर मौर्य ने बताया कि चाचा शुक्रवार रात दो बजे गांव आए और ससुराल जाकर उन्होंने चाची से बच्चों को लेकर चलने को कहा लेकिन उन्होंने आने से इंकार कर दिया। जब चाचा ने अपने ससुर राजेन्द्र मौर्य से बात की तो दोनों की बीच बहस हो गई। इस पर चाचा ने फिर फांसी लगाकर जान देने की बात कही लेकिन चाची अनुराधा नहीं मानी। इससे नाराज होकर चाचा ने तेजस्व और वंश को जबरन कार में बैठाया अौर चल दिए।

बेटे ने सुनाई दिल दहलाने वाली कहानी

सुधीर ने बताया कि जब चाचा अंश को जबरन कार में बैठा रहे थे तो वह न जाने की बात कह रहा था। चाचा का गुस्सा देखकर वह उन्हें पूरे रास्ते समझाता रहा। इसके बाद चाचा ने उसे गांव वाले घर में छोड़ा और दोनों बच्चों को लेकर एल्डिको कॉलोनी वाले घर आ गए। चाचा से सुबह 4.47 तक फोन पर बात होती रही, इसके बाद उनका फोन बंद हो गया। सुबह साढ़े पांच बजे तेजस्व का फोन आया कि पापा ने उसे नदी में फेंक वंश को गोद में लेकर नदी में छलांग लगा दी।

तंग आकर पत्‍‌नी ने पिया था तेजाब

विशम्भर के ससुर राजेन्द्र मौर्य ने बताया कि दामाद की प्रताड़ना से तंग आकर बेटी ने बीते साल तेजाब पी लिया था। 27 यूनिट ब्लड चढ़ा, तो उसकी जान बची। इसके बाद कुछ दिनों तक सब ठीक चला लेकिन फिर सब पहले जैसा हो गया। दामाद की पिटाई से तंग आकर अनुराधा मायके चली आई थी।

बाक्स

तैराकी में गोल्डमेडलिस्ट है विशम्भर

प्रमोद मौर्य ने बताया कि विशम्भर को सीआरपीएफ की तैराकी में गोल्ड मेडल मिला था। जब सात साल का तेजस्व तैर कर नदी से बाहर निकल सकता है तो विशम्भर क्यों नहीं? कहीं ऐसा तो नहीं विशम्भर तैर कर निकल गया हो।

बाक्स

नदी में मिला मासूम का शव

इंस्पेक्टर मडि़यांव अमरनाथ वर्मा ने बताया कि नदी में प्राइवेट गोताखोरों को उतारा गया। सफलता नहीं मिलने पर एनडीआरएफ के गोताखोरों को नदी में उतारा गया। गोताखोरों को वंश का शव नदी में मिला लेकिन विशम्भर की लाश नहीं मिली। गोताखोरों की तलाश जारी है।

बाक्स

दूसरी शादी की थी डिप्टी कमांडेंट ने

पुलिस के अनुसार डिप्टी कमांडेंट पहले से शादी शुदा है। उसने पोस्टिंग के दौरान एक महिला डाक्टर से शादी की थी, जो कुछ दिन ही चली। यह शादी विवाद के कारण टूटी थी। इसके बाद डिप्टी कमांडेंट ने अनुराधा से दस साल पहले दूसरी शादी की।

बाक्स

कार से पहुंचा घैला पुल

विशम्भर अपने दोनों बेटों को कार से लेकर गोमती नदी के घैला पुल पहुंचा था। यहां उसने कार रोककर पहले बड़े बेटे को नदी में फेंका और फिर मासूम को गोद में ले नदी में छलांग लगा दी। सूचना मिलने पर सीआरपीएफ के सीनियर डीआईजी एएस चौहान, डीआईजी जसमेंदर सिंह, डीआईजी दीवान सिंह भी मौके पर पहुंचे।