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JAMSHEDPUR: लौहनगरी में भी ज्ञानी रावण का दहन पारंपरिक तरीके से किया जाएगा। शहर में पांच स्थानों पर रावण का पुतला बनाकर दहन किया जाता था, लेकिन इस साल साकची, गोविंदपुर और बिरसानगर में ही रावण के पुतले का दहन किया जाएगा। बागुनहातु और सोनारी में इस वर्ष पुतले का दहन नहीं किया जाएगा। बागुनहातु की रामलीला कमेटी के कार्यकार्ताओं ने इस वर्ष अध्यक्ष की मृत्यु के कारण पुतला दहन नहीं करने का निर्णय लिया तो वहीं सोनारी में रावण दहन के लिए उचित जगह न मिल पाने के कारण दहन न हीं हो पाएगा। इस वर्ष 19 अक्टूबर को विजयादशमी के दिन रावण दहन किया जाएगा।

गोविंदपुर में आतिशबाजी होगी

रावण दहन कमेटी गोविंदपुर इस साल 40 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन करेगी। 19 अक्टूबर को वीर कुंअर सिंह स्टेडियम में होने वाले इस कार्यक्रम के दौरान आतिशबाजी करने के लिए मुसाबनी और कटक से आतिशबाजों की टीम खास तौर से बुलाई जा रही है। शाम छह बजे से शुरू होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों में समिति के संयोजक राधेश्याम सिंह, कमलेश सिंह, सुनील सिंह, रमण झा, किशोरी लाल, निखिल सिन्हा आदि जुटे हुए हैं।

काशीडीह से निकलेगा भव्य जुलूस

श्री श्री रामलीला उत्सव समिति इस वर्ष विजयादशमी के दिन 19 अक्टूबर को रामलीला मैदान साकची में रावण दहन करेगी। इसके पूर्व काशीडीह से भव्य जुलूस निकाला जाएगा। रामलीला मैदान में रावण के 18 फीट ऊंचे पुतले के साथ ही कुंभकरण व मेघनाद की भी प्रतिमा जलाई जाएगी। काशीडीह से झांकियों के साथ पुतले रामलीला मैदान में लाए जाएंगे और यहां उनका दहन किया जाएगा।