-अब तक किए सिर्फ 950 ई-चालान

-संसाधन की कमी की वजह से भी दिक्कत

BAREILLY: जब भी कोई ट्रैफिक रूल्स तो तोड़कर फरार हो जाता है, तो ऐसे लोगों पर एक्शन के लिए ट्रैफिक पुलिस ई-चालान करती है, लेकिन बरेली पुलिस इस मामले में प्रदेश के अन्य जिलों से फिसड्डी है। बरेली पुलिस ने अभी तक सिर्फ 950 ई चालान किए हैं। जबकि नोएडा में इसकी संख्या करीब सवा लाख पहुंच गई है। यह आंकड़ा खुद यूपी पुलिस ने ट्विटर हैंडल पर डाला है। ताकि लोग ई-चालान से डरें और ट्रैफिक नियमों का पालन करें।

सिर्फ मोबाइल है साधन

बरेली में ई-चालान का साधन सिर्फ मोबाइल फोन ही है। ई-चालान के लिए कई वर्ष पहले ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को मोबाइल फोन और सिम दिए थे, जिसमें कई फोन खराब हो गए थे तो कई ने फोन ही रीचार्ज नहीं कराए थे। उसके बाद पुलिसकर्मी अपने ही मोबाइल से फोटो खींचते हैं। वहीं एक नंबर भी पब्लिक में शेयर किया था, जिसे सहयोग नाम दिया गया था। इस नंबर पर भी आने वाले फोटो पर भी ई-चालान भेजा जाता है। यही वजह है कि ई-चालान की संख्या इतनी कम है।

सीसीटीवी से नहीं ई-चालान

बरेली महानगर शहर में आता है। यहां ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वालों की संख्या काफी अधिक है। औसतन 100 से 150 चालान ट्रैफिक पुलिस मैनुअली करती है लेकिन इसके बावजूद भी यहां ई-चालान के लिए सेंसर वाले सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए हैं। इन कैमरों से ऑटोमेटिक ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वाले का फोटो क्लिक हो जाता है। उसके बाद नंबर प्लेट से वाहन चालक की पहचान कर उसके घर ई-चालान भेज दिया जाता है। इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम योजना के तहत इसकी व्यवस्था होनी थी, लेकिन यह योजना काफी दिनों बाद भी ठंडे बस्ते में चली गई।

ट्रैफिक सिग्नल हमेशा होते हैं ब्रेक

बरेली में अधिकतर लोग ट्रैफिक सिग्नल ब्रेक करते हैं। ट्रैफिक लाइट रेड होने पर भी लोग वाहन निकालते हैं, जिसकी वजह से दूसरी ओर से आने वाले वाहन को दिक्कत होती है। चौराहे पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी मौजूद तो रहते हैं, लेकिन वह चालान ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वाले के नहीं करते हैं, बल्कि जो चौराहा पर खड़ा होता है, उसे रोककर चालान करते हैं।

सिग्नल भी सही से नहीं कर रहे काम

बरेली में ट्रैफिक सिग्नल ही सही से काम नहीं करते हैं। यहां के 5 प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लगे हैं लेकिन यह हमेशा ही खराब रहते हैं। चौपुला चौराहा पर सिग्नल से ट्रैफिक चलाने पर जाम लग जाता है। अयूब खां चौराहा पर कभी ट्रैफिक सिग्नल चला ही नहीं। चौकी चौराहा और सैटेलाइट पर सिग्नल चलते हैं लेकिन इसमें भी खराबी आती रहती है।

प्रदेश के शहरों में ई-चालान

1,17,285-नोएडा

12,598-कानपुर नगर

8,986-लखनऊ

3,898-गाजियाबाद

903-बरेली

531-सहारनपुर

241-बदायूं

37-मुजफ्फरनगर

ई-चालान मोबाइल फोटो के आधार पर किए जा रहे हैं। सिस्टम में बदलाव के लिए प्रयास किए जाएंगे। ट्रैफिक सिग्नल से भी ट्रैफिक चलाने के प्रयास होंगे, ताकि सिग्नल ब्रेक करने वालों पर एक्शन हो सके।

सुभाष चंद गंगवार, एसपी ट्रैफिक