- नहीं लगाने दिया जाएगा ई रिक्शा पर प्रतिबंध

- मांगों के संबंध में सौंपा डीएम को ज्ञापन

Meerut : भारतीय ई-रिक्शा शोषित संघ ने आरटीओ के खिलाफ गुरुवार को नौचंदी मैदान में आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया। इस दौरान रिक्शा चालकों ने रैली कर अपने आंदोलन की रणनीति तैयार की। भारतीय ई-रिक्शा शोषित संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुर्तजा खान ने कहा कि आरटीओ प्रशासन दबाव बनाने की नीयत से ई-रिक्शा पर प्रतिबंध लगाने का षड्यंत्र रच रहा है। अगर ऐसा हुआ तो शहर के तमाम ई-रिक्शा चालक इसका विरोध जताने को मजबूर होंगे। फिर चाहे उन्हें इसके लिए जेल ही क्यों न जाना पड़े। बाद में ई-रिक्शा चालकों का एक दल डीएम से उनके ऑफिस पर मिला और अपनी मांगों से जुड़ा एक ज्ञापन उन्हें सौंपा।

नहीं होता मोटर व्हीकल एक्ट लागू

नौचंदी मैदान में ई-रिक्शा चालकों को संबोधित करते हुए मुर्तजा खान ने कहा कि शहर में कई कंपनियां ई-रिक्शा बेच रही हैं। हर कंपनी खरीददार को केवल बैटरी के कागजात उपलब्ध करा रही है, न कि ई-रिक्शा के। इसके बाद भी आरटीओ प्रशासन ई-रिक्शा चालकों पर जबरन पंजीकरण कराने का दबाव बना रहा है।

पंजीकरण नगर निगम में कराने की मांग

ऐसी स्थिति में फिर आरटीओ में ई-रिक्शा कैसे पंजीकृत हो सकते हैं। उन्होंने इन ई-रिक्शा का पंजीकरण अन्य शहरों की तर्ज पर नगर निगम से कराने की मांग की है। प्रदर्शन के बाद ई-रिक्शा चालकों का एक दल कलक्ट्रेट पहुंचा और वहां अपनी मांगों से जुड़ा राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन प्रेषित किया। इस मौके पर इरफान, विनोद शर्मा, रवि प्रकाश, नाजिम, सहजाद, असलम भी मौजूद रहे।

ये थी मुख्य मांग

-ई-रिक्शा बेच रही कंपनियों से खरीददार को पूरा बिल दिलाएं

-अगर आरटीओ में इनका पंजीकरण हो तो सभी चालकों को लाइसेंस उपलब्ध कराएं

-जुगाड़ बताकर ई-रिक्शा के खिलाफ होने वाली कार्रवाई पर रोक लगे

- ई-रिक्शा चालकों से हो रही अवैध वसूली पर तत्काल रोक लगाएं

-आसान किश्तों पर ई-रिक्शा उपलब्ध कराने की मांग की है