-शनिवार को दर्जनों ई-रिक्शा संचालकों ने किया आरटीओ ऑफिस पर प्रदर्शन

-आरटीओ प्रशासन का तर्क बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे रिक्शा फैलाते हैं अव्यवस्था

Meerut : शहर में ई-रिक्शा प्रतिबंध प्रकरण लगातार तूल पकड़ रहा है। बुधवार को रैली कर शक्ति प्रदर्शन दिखाने के बाद शनिवार को दर्जनों ई- रिक्शा संचालक आरटीओ ऑफिस आ धमके। साथ ही आरटीओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। मेरठ आरटीओ पर ई-रिक्शाओं को बंद करने के लिए षड़यंत्र का आरोप लगाया। उधर आरटीओ प्रशासन का कहना है कि शहर में चलने वाले वाहनों का रिकॉर्ड रखना उनके लिए बहुत जरूरी है। जब रजिस्ट्रेशन ही नहीं होगा तो क्राइम करने पर उन्हे चिह्नित कैसे किया जा सकेगा।

प्रदर्शनकारियों के तर्क

ई-रिक्शा एसोसिएशन के अध्यक्ष मुर्तजा खान ने कहा कि शहर में कई कंपनियां ई-रिक्शा बेच रही हैं। हर कंपनी खरीददार को केवल बैट्री के कागजात उपलब्ध करा रही है न कि ई-रिक्शा के। इसके बाद भी आरटीओ प्रशासन ई-रिक्शा चालकों पर जबरन पंजीकरण कराने का दबाव बना रहा है। उन्होंने कहा कि ई-रिक्शा पर मोटर व्हीक¶ एक्ट लागू नहीं होता। यही नहीं इन ई-रिक्शा पर न तो चेसिस नंबर है और न ही चालकों को कंपनी ने कोई कागजात ही मुहैया कराए हैं। ऐसे में रजिस्ट्रेशन दबाव बिल्कुल गलत है।

ये मांगे हो पूरी तो करा लेंगे रजिस्ट्रेशन

-अन्य शहरों की तरह रजिस्ट्रेशन नगर निगम में कराया जाए

-ई-रिक्शा बेच रही कंपनियों से खरीददार को पूरा बिल दिलाया जाए

- सभी चालकों को लाइसेंस दिलाया जाए

-जुगाड़ बताकर ई-रिक्शा के खिलाफ होने वाली कार्रवाई पर रोक लगाई जाए

- ई-रिक्शा चालकों से हो रही अवैध वसूली पर तत्काल रोक लगाई जाए

-आसान किश्तों पर ई-रिक्शा उपलब्ध कराई जाए

नहीं मिली आरटीओ

एसोसिएशन के अध्यक्ष के नेतृत्व में दर्जनों ई-रिक्शा संचालक आरटीओ ऑफिस पहुंचे, लेकिन उस वक्त आरटीओ ऑफिस में नहीं थीं, जिसके चलते प्रदर्शनकारियों को एआरटीओ से मिलकर ही वापस लौटना पड़ा

क्यों जरूरी है रजिस्ट्रेशन

-बिना रजिस्ट्रेशन के वाहन चलाना कानूनी अपराध है।

-यदि चालक ने ई-रिक्शा से जाकर कोई क्राइम कर दिया तो कौन होगा जिम्मेदार

-दुर्घटना होने पर कैसे करेंगे संबंधित को चिह्नित

-ई-रिक्शा चालक करते हैं मनमानी कैसे लग सकेगी लगाम

-ज्यादातर रिक्शाओं पर चालक नाबालिग शहर में बेतरतीब तरीके से खड़ी करते हैं रिक्शा

-शहर की सड़कों पर ई-रिक्शाओं से किए जाते हैं स्टंट, बिना रजिस्ट्रेशन कैसे पकड़ा जाएंगे आरोपी

- शहर में सबसे बड़ा जाम का कारण भी इस वक्त ई-रिक्शा है। ऐसे में बिना रजिस्ट्रेशन के किसे आधार बनाकर कार्रवाई की जा सकेगी।

ये है नियम

मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार जिस वाहन में इंजन लगा है। साथ ही वाहन को व्यापार के लिए प्रयोग किया जा रहा है। उसका रजिस्ट्रेशन जरूरी है।

ई-रिक्शा संचालकों की मांग बेबुनियादी है। बिना रजिस्ट्रेशन वाहन चलाना अपराध है। इसलिए उनकी मांगों का कोई औचित्य ही नहीं है।

-शिवशंकर, एआरटीओ