- भूकंप के डर से कांप उठे शहर के लोग

- ऑडी में चल रहे शो को बीच में रोकना पड़ा

- कुशल मंगल जानने के लिए घनघना उठे फोन

BAREILLY:

अभी ख्भ् अप्रैल को आए भूकंप का डर दिमाग से निकला भी नहीं था कि एक बार फिर ट्यूज्डे को भूकंप के झटकों से लोग सहम गए। सिटी में दोपहर करीब क्ख्.फ्8 पर जब भूकंप के कंपन के झटके आए तो चंद मिनट के लिए 'भागो फिर भूकंप आया' के शोर के साथ लोग घरों, अपार्टमेंट व ऑफिस से भागकर बाहर आ गए। पल भर में ही शांत शहर का सीन एकदम से बदल गया। लोग सड़कों पर निकल आए, और तुरंत अपने प्रियजनों का हालचाल लेने लग गए। आंखों में दशहत, चेहरे के चिंता के साथ ही हर जुबान से एक ही बात निकल रही थी, अब बस भी करो भगवान।

पलभर में पटरी से उतर गई शहर की जिंदगी

दोपहर को क्ख् बजकर फ्भ् मिनट तक शहर की जिंदगी अपनी रफ्तार से चल रही थी, तभी कुछ कंपन ने इसको पटरी से उतारकर रख दिया। मार्केट, सिनेमाहाल, स्कूलों में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। फिनिक्स के ऑडी में उस दौरान शो चल रहा था, लेकिन भूकंप से हुई हलचल के बाद शो को बंद कर दिया गया। दर्शकों में भी भगदड़ की स्थिति बन गई। जिसके बाद सभी दर्शकों को बाहर निकाला गया। वहीं स्कूलों में भी भूकंप की सूचना पर पहले तो बच्चों को ग्राउंड पर इकट्ठा किया गया, उसके बाद उनकी छुट्टी कर दी गई।

शुक्र था, तीव्रता कम थी

मौसम वैज्ञानिक एचएस कुशवाह ने बताया कि दोपहर क्ख्.फ्8 पर आए भूकंप की बरेली में तीव्रता ख्.भ् रही। ऐसे में फैन, चेयर , टेबल, घरों में रखे सामान में कंपन देख पहले पहल तो लोगों को कुछ समझ में ही नहीं आया। लेकिन, जैसे ही लोगों को यह आभास हुआ कि, यह भूकंप है लोग घर से बाहर की ओर भागे। झटके आने के तुरंत बाद न्यूज चैनल्स व सोशल साइट्स पर खबर चलने लगी की झटके दोबारा आएंगे तो फिर लोगों ने पूरी दोपहर घर में जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। फिलहाल, खबर लिखे जाने तक बरेली में किसी के हताहत व घायल होने सूचना नहीं मिली।

काम हुआ बंद, फिर भूकंप-भूकंप

ख्भ् अप्रैल के बाद यह लगातार दूसरी बार है जब भूकंप ने वर्किंग को पूरी तरह से डिस्टर्ब करके रख दिया है। विकास भवन, डीएम ऑफिस सहित अन्य ऑफिसेज में कामकाज पूरी तरह से ठप्प हो गया था। दोपहर के बाद लोगों का ज्यादातर वक्त भूकंप को लेकर चर्चा और फिर अपने प्रियजनों का हाल-चाल जानने में ही निकल गया। कई जगह पर आए फरियादी भी कर्मचारियों के न बैठे होने से वापस चले गए।

भूकंप से खामोश हुआ गब्बर, मार्केट में भी सन्नाटा

फिनिक्स की ऑडी में गब्बर मूवी सहित कई फिल्मों के शो चल रहे थे, लेकिन भूकंप के बाद ऑडी में फिल्म का संचालन रोककर दर्शकों को बाहर निकाला गया। इसके साथ ही आम्रपाली में तीन शो चल रहे थे। इन सभी शो को बीच में ही रोक कर ऑडियंस को बाहर निकाला गया। एसआरएस के मैनेजर राजेश सिंह राठौर ने बताया कि करीब क्भ् मिनट तक सभी शो बंद रहे। इस वजह से फ् बजे से शुरू होने वाला नेक्स्ट शो की टाइमिंग भी चेंज करनी पड़ी। आम्रपाली के फील्ड ऑफिसर गौरव ने बताया कि, सबसे अधिक गब्बर फिल्म देखने के लिए ऑडियंस आई हुई थी।

भूकंप की तीव्रता ख्.भ् थी। भूकंप का केंद्र एक बार माउंट एवरेस्ट का नजदीक था। पृथ्वी की प्लेट्स एडजेस्ट होने के चलते लोग झटके महसूस कर रहे है।

डॉ। एचएस कुशवाहा, एक्सपर्ट

सामान्य दिनों की अपेक्षा मैं ऑफिस का काम कर रहा था। एकाएक मेरे सामने पड़ा टेबल हिलने लग गया। मुझे शुरू में कुछ में ही नहीं आया। मुझे लगा मेरा भ्रम है।

अजय पाल सिंह, सर्विसपर्सन

मुझे लगा चक्कर आ रहा है। मैं डर गया कि, यह मुझे क्या हो गया है। मेरे कलीग ने बताया कि, भूकंप है तब हम लोग ऑफिस से बाहर आए।

केके सक्सेना, सर्विसपर्सन

मैं अपने ऑफिस का काम निपटा रहा था। तभी भूकंप का झटका महसूस किया। मेरे टेबल पर रखी फाइलें नीचे गिर पड़ी। डर के मारे शरीर कांपने लग गया।

राजीव कश्यप, सर्विसपर्सन

मुझे तो बिल्कुल चक्कर जैसा महसूस हो रहा था। फैन हिलने लगा था। मुझे लगा यह क्या हो रहा है। जैसे ही पता चला भूकंप है तुरंत बाहर आ गए।

वसुंधरा राघव, हाउस वाइफ

पिछले दिनों आए भूकंप की बात दिमाग से अभी गई भी नहीं थी कि दोबारा भूकंप आ गया। बार-बार भूकंप ने अंदर से डरा दिया है। पता नहीं भगवान क्या चाहते हैं।

ममता शर्मा, हाउसवाइफ