आगरा। भारत में भूकंप के क्रम में एक बार फिर से धरती की तलहटी में उथल-पुथल होने के बाद जमीन हिलने लगी। कुछ पल के लिए धरती में कंपन महसूस किया। इस दौरान लोग घरों व बिल्डिंगों से बाहर निकल आए। हालात सामान्य महसूस होने पर ही लोग अपने संस्थानों के अंदर गए। लेकिन यह हल्के कंपन कई बिल्डिंगों को नुकसान दे गया। लोग भी भूकंप आने की आशंका में सहमे से बैठे हैं। लोगों का कहना है कि कब क्या हो जाए पता नहीं।

लाइन में कंट्रोल रूम में दीवारों में दरार

भूकंप के दौरान आगरा पुलिस लाइन में बना मॉडल कंट्रोल रूम हिल गया। पुलिस कर्मी बाहर निकल आए। थोड़ी देर बात अंदर पहुंचे तो देखा की दीवारों में कई जगह हल्की दरारें आई हैं। जबकि यह बिल्डिंग मजबूत बनी है। ऐसे में कमजोर दीवारों को अधिक नुकसान हो सकता है।

थानो की दीवारों में आई दरारें

थाना न्यू आगरा में इंस्पेक्टर रूम में दरारों के साथ कम्प्यूटर रूम में दरार आ गई। थाना सिकंदरा में भी मुंशी कार्यालय व कम्प्यूटर कक्ष की दीवारों में कई जगह दरार आ गई। इंस्पेक्टर सिकंदरा का कहना था कि पहले दीवारों में दरारें नहीं थी अचानक ही दरार आई हैं।

पुरानी दीवार का एक हिस्सा गिरा

मंटोला में हाजी मुन्ना के पुराने मकान का एक हिस्सा गिर गया। हिस्सा गिरते परिजनों में दहशत हो गई। हाजी मुन्ना का कहना था कि वह घर में सो रहे थे अचानक से तेज आवाज आई। घबरा कर बाहर आकर देखा तो दीवार का एक हिस्सा गिर गया है।

खतरे में हैं धरोहर

भूकम्प से सरकारी और प्राइवेट बिल्डिंग्स तो खतरे में हैं ही आगरा में धरोहरों को भी खतरा कुछ कम नहीं हैं। बृज मंडल हैरिटेज कन्जरवेशन सोसाइटी के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा के अनुसार ताजमहल, आगरा किला, एत्माद्दौला, सिकंदरा के साथ ही साथ चीनी का रोजा, झुनझुन कटोरा, जसवंत सिंह की छतरी, मरियम टॉम्ब और तमाम बिना नाम के प्राचीन मान्युमेंट्स अधिक तीव्र भूकम्प की चपेट में आकर कभी भी डेमेज हो सकते हैं।