रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.1

आज दोपहर को भूकंप के तेज झटके से देश के कई हिस्से हिल गए हैं। यूरोपियन मेडिटेरेनियन सिस्मोलॉजिकल सेंटर के मुताबिक भूकंप का केंद्र पड़ोसी देश अफगानिस्तान में था। बतादें कि भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर, यूपी, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-श्रीनगर, उत्तराखंड और दूसरे राज्यों में भी महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.1 मापी गई है।

भूकंप के बाद बरते ये विशेष सावधानियां

झटकों के बाद लोग काफी सहमे हैं घरों से बाहर निकल गए हैं। बहीं बतादें कि भूकंप का एहसास होते ही घबराएं नहीं चाहिए बल्कि हिम्मत से काम लें। बिल्िडंग आदि से दूर किसी मैदान पर खड़े हो जाएं। वहीं ज्यादा खतरनाक स्थिति तो भूकंप के बाद होती हैं। हालात काफी बिगड़ जाते हैं और झटके दोबारा भी आ सकते हैं। इसलिए इस खास मौके पर विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।

घायलों की मदद करें और बच्चों को समझाएं

भूकंप जैसे ही रुक जाए, सबसे पहले आस-पास के घायलों की तुरंत मदद करें। आपके घर के अगल-बगल जो बुजुर्ग और अपाहिज हैं, उन्हें जल्द से जल्द उपचार कराने ले जाएं। वहीं भूकंप के बाद के झटकों से निपटने के लिए सबसे पहले अपने बच्चों को समझा दें कि वह एलर्ट रहें। जैसे भी हल्का सा भी झटका हो वह मैदान की ओर भागें। बिल्कुल भी परेशान न हों।

रिस्ट्रेक्टेड एरिया में न जाएं और घर चेक कर लें

भूंकप आने पर अक्सर सड़कों में दरारें आ जाती हैं। ऐसे में अगर आप सड़क पर गाड़ी ड्राइव कर रहे हैं, तो धीमी गति से चलें। अगर कहीं पर रिस्ट्रेक्टेड हो तो वहां बिल्कुल मत जाएं। भूकंप आने के बाद एक बार अपने घर को पूरी तरह से चेक करें। ऐसे में घर के सभी कमरों को सावधानीपूर्वक खोलें क्योंकि अंदर से कभी भी कोई भी चीज आपके ऊपर भी गिर सकती है।  

यहां न रुके और ज्वलनशील चीजें हटा दें

भूकंप आने पर अक्सर बड़ी इमारतों या काफी पुरानी इमारतों पर ज्यादा असर पड़ता है। ऐस में सावधानी बरतते हुए उन दीवारों में जहां दरार पड़ी हों उसके पास से बिल्कुल भी न गुजरें। आपके घर के पास कोई भी ऐसी चीज है जिसमें कि जल्द ही आग लग सकती हैं। ऐस में उन सभी चीजों को तुरंत हटा दें, क्योंकि भूकंप आने के बाद आग सबसे बड़ा खतरा हो सकता है।

जानकारी लेते रहें और शेल्टर हाउस पहुंच जाएं

भूकंप रुकने बाद टीवी सेट और रेडियो से लगातार जुड़े रहें। इससे आपको इमरजेंसी की जानकारी मिलती रहेगी। इस समय अपने फोन को सिर्फ इमरजेंसी कॉल के लिए ही इस्तेमाल करें। अगर घर क्षतिग्रस्त हो गया है, तो तुरंत किसी नजदीकी शेल्टर हाउस पहुंच जाएं। राहत-बचाव की टीम का सहयोग करें। घर तभी वापस जाएं जब कोई ऑर्थराइज एनाउंसमेंट हो जाए।

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