बुद्ध पूर्णिमा पर नेपाल के लिए नम हुई आंखें

डोरंडा में नेपाली समाज ने की बुद्ध पूर्णिमा पर पूजा-अर्चना

नेपाल में रह रहे अपनों की सलामती के लिए विशेष प्रार्थना

>RANCHI: सोमवार को डोरंडा जैप परिसर स्थित बौद्ध मंदिर में नेपाली समाज बुद्ध पूर्णिमा मनाने इकट्ठा हुआ। सिक्किम से आए लामाओं ने बौद्धिक रीति-रिवाज से पूजा कराई, लेकिन पहले जहां इस उत्सव के दौरान लोग उल्लास में डूबे रहते थे। वहीं, इस बार सबकी आंखों में गम के आंसू थे। नेपाल में आए भूकंप की भीषण त्रासदी से यहां के नेपाली समाज को भी अपना बहुत कुछ खोना पड़ा है। नेपाल के विभिन्न हिस्सों में रह रहे अपने परिजनों की चिंता जहां इन्हें सता रही है। वहीं, कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिनका नेपाल स्थित घर भूकंप में जमींदोज हो गया है। कुछ के परिजन रोड पर आ गए हैं, तो कुछ तंबू में शरण लिए हुए हैं। ऐसे में रांची से कुछ लोग राहत सामग्री इकट्ठा कर अपनों के बीच जाने की तैयारी में भी हैं, तो कुछ लोग भगवान से यही दुआ कर रहे हैं कि नेपाल में जल्द से सब कुछ ठीक हो जाए। पहले की तरह ही फिर जिंदगी चलने लगे। आई नेक्स्ट ने जाना उनका दर्द।

क्-ससुराल में घर बचा न मायके में

फोटो : सुमन लामा

नेपाल में आए भूकंप ने मेरा सब कुछ तबाह कर दिया। न मायके का घर बचा न ससुराल का। परिवार के लोग रोड पर तंबू में किसी तरह जिंदगी काट रहे हैं। हर पल उन्हीं की चिंता लगी हुई है। हमेशा यही सवाल उठ रहा है कि आखिर ऐसा क्यों हो गया। दोबारा घर कैसे बनाएंगे। यह कहते-कहते सुमन लामा की आंखों से आंसू छलक पड़ते हैं। सुमन लामा का ससुराल और मायके दोनों नेपाल की राजधानी काठमांडू से सटे नोआकाटा में है। पिछले हफ्ते नेपाल में आए भूकंप से उनका गांव तबाह हो गया है। आंखों में गम का आंसू लिए सुमन कहती हैं कि डेली फोन कर परिजनों का हालचाल ले रही हैं। भगवान से दिन-रात यही प्रार्थना कर रही हूं कि वहां पर सब कुछ ठीक हो जाए।

ख्-हर पल सता रही नानी की चिंता

फोटो: डेविड गुरुंग

गोरखा जिले में नानी का घर है। उसका गांव भूकंप में पूरी तरह तबाह हो गया है। गांव में क्ख्00 घर थे, लेकिन अब सिर्फ चार ही बचे हैं। मेरी नानी वहीं हैं, मुझे उनकी बहुत चिंता हो रही है। कॉल कर हर वक्त समाचार ले रहा हूं। साथ ही राहत सामग्री भी जुटा रहा हूं, जिसे लेकर मैं 7 मई को वहां जाऊंगा। यह कहना है डेविड गुरुंग का। डोरंडा के जैप वन में रहने वाले डेविड कहते हैं कि भूकंप ने हमारे लोगों का सब कुछ छीन लिया है।