अब अगर आप सोच रहे हैं कि ऐसा क्यों है तो इसका जवाब यह है कि अधिकांश लोकप्रिय वेबसाइट और सेवाएं (जैसे फ़ेसबुक, ट्विटर और गूगल) अपने लोगो में नीले रंग का इस्तेमाल करती हैं.

यही वजह है कि जब लोग इन वेबसाइट में साइन करते हैं तो उनके दिमाग में सबसे पहले यही रंग आता है.

वे अपना पासवर्ड बनाने के लिए नीले रंग यानी ब्लू से बने शब्दों या मुहावरों का इस्तेमाल करते हैं. इंसानों की पासवर्ड चुनने की विचित्र आदतों में यह एक है. इस तरह की कई दूसरी आदतें हैं.

उदाहरण के लिए शोधों से पता चला है कि लाल बाल वाली महिलाएं सर्वश्रेष्ठ पासवर्ड चुनने में माहिर होती हैं जबकि बेतरतीब दाढ़ी और बालों वाले पुरुष सबसे ख़राब पासवर्ड बनाते हैं.

विविधता

इन शोधों से यह बात भी सामने आई है कि महिलाएं लंबे पासवर्ड पसंद करती हैं जबकि पुरुषों को विविधता वाले पासवर्ड पसंद हैं.

सुरक्षा शोधकर्ता पर थोर्शेम का कहना है कि वेबसाइटों और क्लिक करें ऑनलाइन सेवाओं से चुराए गए कई पासवर्डों के कारण ये तथ्य सामने आए हैं.

एडॉब, लिंक्डइन और गेम वेबसाइट रॉकयू से कई बार लॉगइन और पासवर्ड चोरी हुए हैं. इनके अलावा भी कई दूसरी कंपनियों की सिक्योरिटी में कई बार सेंध लगाकर लॉगइन और पासवर्ड उड़ाए गए हैं.

 

इन आंकड़ों से जो पहली बात निकलकर सामने आई है वह ये है कि लोग अच्छे पासवर्ड चुनने में उतने अच्छे नहीं हैं.

थोर्शेम ने कहा, "आपको यह याद रखना होगा कि हम सब इंसान हैं और हम सभी गलती करते हैं."

उनका कहना है कि अच्छे पासवर्ड का मतलब एक मुहावरा या अक्षरों का संगम होगा जिनका उस पासवर्ड चुनने वाले व्यक्ति से बहुत कम या कोई संबंध नहीं होना चाहिए.

संबंध

थोर्शेम कहते हैं कि अक्सर लोग ऐसे शब्द या संख्याएं चुनते हैं जिनका उनसे प्रत्यक्ष तौर पर संबंध होता है.

वे जन्मतिथि, शादी की सालगिरह, भाई बहनों, बच्चों या पालतू जानवरों के नाम का इस्तेमाल करते हैं. वे अपनी मकान संख्या, सड़क के नाम या पसंदीदा पॉप स्टार को चुनते हैं.

यह पूर्वाग्रह तब साफ नज़र आता है जब लोगों को जब चार अंकों का पासवर्ड चुनने को कहा जाता है. आकलन से पता चलता है कि दस हज़ार उपलब्ध नंबरों में से बहुत सीमित सेट चुनते हैं. कुछ मामलों में तो 80 प्रतिशत पसंद 100 अलग अलग नंबरों तक सिमट जाते हैं.

इसी आधार पर अच्छे और बुरे दोनों तरह के लोगों को पासवर्ड तोड़ने की युक्ति मिली है.

कई सुरक्षा शोधकर्ता पासवर्ड को सुरक्षित बनाने के लिए कंपनियों को सलाह दे रहे हैं कि लोगों को ज्यादा सुरक्षित मुहावरे चुनने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए.

सुस्ती

सुरक्षा शोधकर्ता ब्रूस मार्शल कहते हैं कि ख़ुराफाती लोग पासवर्ड तोड़ने की कोशिश करते हैं क्योंकि वे जानते हैं कि लोग कितने सुस्त होते हैं.

कुछ अध्ययनों के मुताबिक़ 70 फ़ीसदी मामलों में ईमेल अकाउंट से जुड़े पासवर्ड का एक या अधिक दूसरी ऑनलाइन सेवाओं में इस्तेमाल हो सकता है.

अधिकांश साइबर चोर पासवर्डों की सूची हासिल करने के लिए छोटी साइटों को निशाना बनाते हैं और फिर अन्य साइटों पर इनका इस्तेमाल करते हैं.

अब अगर आप मज़बूत पासवर्ड चुनना चाहते हैं तो सामान्य अक्षरों या संख्याओं का संयोजन मत चुनिए.

ऐसे शब्द चुनिए जो सतही तौर पर आपसे जुड़े हों और इस बात को भी सुनिश्चित कीजिए कि जिस पासवर्ड को आप ऑनलाइन बैंकिंग के लिए इस्तेमाल करते हैं उसे दूसरी जगह इस्तेमाल न करें.