न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ़ मेडिसिन में प्रकाशित शोध के अनुसार उन लोगों को सबसे ज़्यादा फ़ायदा होता है जो रोज़ाना चबाकर-चबाकर बादाम खाते हैं.

हालांकि ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन का कहना है कि बादाम और लंबी उम्र के बीच के रिश्ते को साबित करने के लिए अभी और ज़्यादा शोध की ज़रूरत होगी.

अमरीकी टीम ने इस शोध में एक लाख 20 हज़ार लोगों पर 30 साल तक नज़र रखी गई.

रोज़ाना एक मुट्ठी क्लिक करें बादाम का सेवन करने वालों की मृत्युदर में 20 फ़ीसदी तक कमी देखी गई.

स्वस्थ जीवनशैली

डाना-फैबर कैंसर इंस्टीट्यूट और ब्रीगम एंड वीमंस हॉस्पिटल के मुख्य शोधकर्ता डॉ. चार्ल्स फक्स ने कहा, "बादाम खाने से हृद्य रोगों से होने वाली मौतों में 28 प्रतिशत की कमी देखी गई है. इसके अतिरिक्त कैंसर से होने वाली मौतों में 11 प्रतिशत तक की कमी देखी गई."

बादाम के सेवन को स्वस्थ जीवनशैली से जोड़कर देखा गया. इसमें धूम्रपान और मोटापे की कम संभावना के साथ-साथ अधिक क्लिक करें व्यायाम करने की संभावना को भी शामिल किया गया.

हालांकि शोधकर्ताओं ने साथ ही कहा कि संभव है कि यह प्रक्रिया नियमित रूप से बादाम का सेवन करने वालों और बाक़ी लोगों के बीच फर्क़ को सामने न लाए.

लेकिन उन्होंने कहा कि इससे शोध के निष्कर्षों में बदलाव की संभावना बेहद कम है.

फ़ायदे

वो बताते हैं कि बादाम का सेवन कोलेस्ट्रॉल और सूजन को कम करता है.

ब्रिटिश हृद्य संस्थान में वरिष्ठ आहार विशेषज्ञ विक्टोरिया टेलर कहती हैं, "यह अध्ययन नियमित रूप से बादाम के सेवन और हृद्य रोगों से संभावित मौतों के बीच कमी में एक संबंध स्थापित करता है."

उन्होंने कहा, "यह एक रोचक संबंध है, लेकिन हमें और शोध करने की ज़रूरत है ताकि हम साफ़ कर सकें कि बादाम का सेवन हृद्य रोगों से बचाता है या फिर इसके पीछे जीवनशैली का कोई और पहलू भी है."

उनके अनुसार,"क्लिक करें बादाम में संतृप्त वसा, प्रोटीन और विभिन्न तरह के विटामिन और खनिज होते हैं, जो इसे चॉकलेट, केक और बिस्किट की तरह खाने योग्य बनाते हैं."

inextlive from News Desk