दैनिक जागरण आई नेक्स्ट एक्सक्लूसिव

- मिस्त्र के शुगर एंड शुगर केन रिसर्च सेंटर से करार की तैयारी, जुलाई में शुगर इंस्टीट्यूट श्रीलंका की फैकल्टी भी आएगी

- दोनों देशों के एक्सप‌र्ट्स स्टूडेंट्स के बीच टेक्नोलॉजी को शेयर करेंगे, विदेशी फैकल्टी पर एनएसआई स्टूडेंट्स को पढ़ाएंगे

KANPUR: नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है। विदेशी शुगर संस्थानों से लगातार तालमेल बढ़ रहा है। अब ईरान के बाद जल्द ही नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट की गूंज श्रीलंका और मिस्त्र में भी होगी। इसके लिए श्रीलंका और मिस्त्र की शुगर एण्ड शुगर केन रिसर्च इंस्टीट्यूट के साथ करार करने की तैयारी की जा रही है। जिसके तहत श्रीलंका का डेलीगेशन जुलाई में भारत आ रहा है। जबकि मिस्त्र का एक डेलीगेशन जल्द ही एनएसआई की विजिट पर आने वाला है। खास बात ये है कि इन विदेशी संस्थानों में एनएसआई के एक्सप‌र्ट्स अपनी टेक्नोलॉजी शेयर करेंगे। वहीं विदेशी एक्सप‌र्ट्स स्मार्ट क्लास के जरिए एनएसआई के स्टूडेंट्स को पढ़ाएंगे।

शुगर टेक्नोक्रेट्स की बढ़ी डिमांड

नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट में इस टाइम तीन सर्टिफिकेट व 6 डिप्लोमा कोर्स की पढ़ाई चल रही है। देश की शुगर इंडस्ट्री ही नहीं बल्कि ईरान तक शुगर टेक्नोक्रेट्स की डिमांड आ रही है। शुगर इंडस्ट्री के उपकरण बनाने वाली कंपनियां भी शुगर फील्ड के एक्सपर्ट को अपने यहां अच्छे पैकेज पर जॉब दे रही हैं। यह पहला अवसर है जब नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट के सर्टिफिकेट व डिप्लोमा कोर्स करने वाले सभी कैंडिडेट्स का कैंपस प्लेसमेंट हो चुका है।

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3 सर्टिफिकेट कोर्स चल रहे

6 डिप्लोमा कोर्स की पढ़ाई

7 स्मार्ट क्लास रूम डेवलप

100 परसेंट कैंपस प्लेसमेंट

7 स्मार्ट क्लास रूम डेवलप किए

विदेशी संस्थानों से लगातार हो रहे अनुबंध की वजह से संस्थान में करीब 7 स्मार्ट क्लास रूम डेवलप किए गए हैं। इनका यूज स्टूडेंट्स विदेशी शुगर संस्थानों के एक्सपर्ट से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पढ़ाई करने में कर सकेंगे।

ईरान शुगर संस्थान में लैंग्वेज प्रॉब्लम

नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट ने ईरान के शुगर इंस्टीट्यूट से करार किया था। इस विदेशी शुगर संस्थान में एनएसआई के डायरेक्टर के साथ संस्थान का एक डेलीगेशन विजिट कर चुका है। यह संस्थान इयर 2003 से चल रहा है, लेकिन लैंग्वेज प्रॉब्लम की वजह से परेशानी आ रही है। ईरान में लोगों को अरबी भाषा ही समझ में आती है।

वर्जन

विदेशी संस्थानों से अनुबंध कर हम अपनी टेक्नोलॉजी को दुनिया से परिचित करा सकते हैं। इसके अलावा विदेशी टेक्नोलॉजी के बारे में हम भी जानकारी हासिल कर सकते हैं। आने वाले कुछ महीनों में मिस्त्र की शुगर एण्ड शुगर केन रिसर्च इंस्टीट्यूट की टीम कैंपस विजिट पर आएगी।

- प्रो नरेन्द्र मोहन अग्रवाल, डायरेक्टर एनएसआई