ये जरूरी नहीं कि आपका लोन एप्रूव हो जाए। आपकी परफेक्ट फाइल पर भी ऑब्जेक्शन लग सकता है। कोर्स के साथ कॉलेज की रेपुटेशन भी मैटर करती है

रिस्क लिया

ऋतु ने दिल्ली के एक कॉलेज से एचआर में एमबीए किया। इसके लिए सात लाख का लोन लिया। उनका कहना है कि उसे अपने कॉलेज और खुद पर भरोसा था, जो कि लोन का रिस्क ले पाई। पर अब जॉब लगने के बाद वो सभी को इसकी सलाह नहीं देती।

एजुकेशन लोन लें, लेकिन संभलकर

आप किसी प्रोफेशनल कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं और पैसे की समस्या आड़े आ रही है तो एजुकेशन लोन लेकर आप अपने सपने पूरे कर कर सकते हैं। मगर इसे हासिल करना आसान नहीं है। लोन का मामला काफी हद तक कोर्स और कॉलेज की रेपुटेशन के अलावा बैंक मैनेजर की मर्जी, आपके प्रेजेंटेशन पर भी निर्भर करता है। वैसे भी मार्केट की खराब स्थिति के कारण कम हुई जॉब ने अब हालात ऐसे बना दिए हैं कि बिना सोचे समझे एजुकेशन लोन लेना समझदारी नहीं है। लोन लेने से पहले सोच लें कि आप इसे चुका भी पाएंगे या नहीं।

MoU With UGC

यूजीसी और एआईसीटीई के साथ हुए एग्रीमेंट के तहत इंडिया में करीब 24 बैंक तमाम प्रोफेशनल कोर्स के लिए एजुकेशन लोन उपलब्ध करते हैं, जो यूजीसी और एआईसीटीई से एफिलिएटिड है।

In demand

एजुकेशन लोन सभी के लिए होता है। इसे कोई भी ले सकता है। वैसे तो तमाम तरह के कोर्स में एजुकेशन लोन की सुविधा उपलब्ध है। पर लोन की सबसे ज्यादा डिमांड बीटेक, बीआर्क, बीफार्मा और एमबीए में हो रही है।

Guarantee

क्योंकि, तमाम तहर के कोर्स में क्वालिटी एजुकेशन के गिरते स्तर के साथ ही इंडस्ट्रीज में जॉब भी कम हो रही हैं। जो कुछ जॉब बची भी हैं तो इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट फील्ड में ही हैं। ऐसे में बिना सोचे समझे लोन के झमेले में पडऩा सही नहीं है। लोन सिर्फ उसी सब्जेक्ट के लिए लें जिनमें आगे चल कर जॉब प्रोस्पेक्ट्स अच्छे हैं।

Only for good college

जो भी स्टूडेंट लोन लेना चाहते हैं वो ये समझ लें कि किसी सेकेंड क्लास कॉलेज से पढऩे के लिए लोन लेने का रिस्क ना लें, जिन कॉलेजों की रेपो बहुत अच्छी नहीं है और वहां पर प्लेसमेंट रेट भी सही न हो तो ऐसे कॉलेज से पढऩे का इरादा और लोन लेने का इरादा छोड़ देना चाहिए।

Conditions

मेरठ में लोन लेने के लिए आपको मेरठ का रेजिडेंट होना अनिवार्य है। स्टूडेंट और पेरेंट्स का पेन कार्ड होना जरुरी है। स्टूडेंट का सेलेक्शन यूनिवर्सिटी काउंसलिंग थ्रू हुआ हो। चार लाख तक के डोमेस्टिक लोन के लिए गारंटर की जरुरत नहीं होती, लेकिन एब्राड जाने के लिए थर्ड पार्टी गारंटर की जरुरत होती है।

Recovery rate

देखा गया है कि स्टूडेंट लोन लेकर वापस नहीं देते। ऐसे में बैंक टाइम टू टाइम कॉलेजों में जाकर देखते हैं कि लोन लेने वाला स्टूडेंट पढ़ भी रहा है या नहीं। इसी के साथ एड्रेस वेरीफिकेशन भी जरूरत पडऩे पर होती रहती है। ताकि डिफालटरों की संख्या कम हो।

Not for distance

देश का कोई भी बैंक डिस्टेंस लर्निंग के लिए लोन नहीं देते। क्योंकि डिस्टेंस लर्निंग कोर्सेज को जॉब ओरिएंटेड नहीं माना जाता, जबकि बैंक अधिकतर प्रोफेशनल और जॉब ओरिएंटेड कोर्स में ही लोन देते हैं।

Heavy intrest rate

बैंक कहते हैं कि वो सस्ते रेट पर लोन मुहैया करा रहे हैं, लेकिन ये बस कहने की बात है। एसबीआई बैंक में ये एजुकेशन लोन 13 परसेंट तक की दरों पर मिलते हैं। बैंक भले ही इसे सस्ता कहता हो लेकिन असल में तो ये स्टूडेंट्स के लिए ज्यादा है। कई बैंकों में कार और होम लोन पर भी इससे कम इंट्रेस्ट रेट है।

How to use

एजुकेशन लोन को फीस, स्कूल, हॉस्टल, एग्जामिनेशन, लाइब्रेरी, लैब, बुक्स, यूनिफॉर्म, ट्रेवल एक्सपेंस तमाम तरह के एक्सपेंस में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा एजुकेशन लोन को कहीं यूज नहीं किया जा सकता.लोन के लिए क्या चाहिए

कॉलेज का काउंसलिंग लेटर।

स्टूडेंट का रेजीडेंट प्रूफ।

गारंटर।

"हमारे पास लोन के लिए काफी प्रपोजल आते हैं, वेरीफिकेशन के बाद लोन दिया जाता है। बीटेक, एमबीए समेत प्रोफेशनल कोर्स के लिए ज्यादा डिमांड रहती है."

-विनय शर्मा, वरिष्ठ प्रबंधक, सिंडिकेट बैंक

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