-परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के बाहर जुटे अभ्यर्थी

-पेपर लीक होने की बात को लेकर परीक्षा कैंसिल करने की कर रहे थे मांग

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PRAYAGRAJ: सूबे के परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक पदों पर नियुक्ति के लिए रविवार को आयोजित लिखित परीक्षा का पेपर लीक होने को लेकर पेपर निरस्त करने की मांग को लेकर सोमवार को अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में सुबह से ही अभ्यर्थियों के परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने जमकर प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों की मांग थी कि जब परीक्षा के पहले ही वाट्सअप पर पेपर लीक हो गया तो उसे निरस्त करके पुन: परीक्षा करानी चाहिए। जिससे अभ्यर्थियों के साथ न्याय हो सके। इस दौरान अभ्यर्थियों ने जमकर नारेबाजी की।

अभ्यर्थियों ने सचिव को सौंपा प्रत्यावेदन

परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन के बाद अभ्यर्थियों की मांग पर सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी अभ्यर्थियों से मिले। इस दौरान अभ्यर्थियों ने मांगों को लेकर सचिव को प्रत्यावेदन सौंपा। जिस पर सचिव मामला देखने की बात कहते हुए अभ्यर्थियों को टालने का प्रयास किया। अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर सचिव को उनकी बातों पर भरोसा नहीं है, तो जिस वाट्सअप नम्बर से पेपर का स्क्रीन शॉट वायरल हुआ है। उसकी जांच करायी जाए, जिससे स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय से निकलने के बाद सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी डीएम कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम सिटी को सौंपा। इस दौरान बड़ी संख्या में अभ्यर्थी मौजूद रहे। वही अभ्यर्थियों का समर्थन करते हुए भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के कौशल सिंह ने कहा कि अगर मामले की जांच करके जरूरी कदम नहीं उठाया गया तो अभ्यर्थी पीआईएल के जरिए जांच की मांग करेंगे। जिससे लाखों की संख्या में प्रतियोगियों के साथ न्याय हो सके।