-'रहे अमन और चैन बस इतनी दुआ है मौला'

-पेश इमाम ने आईएसआईएस के खिलाफ की कड़ी ¨नदा

UNNAO: नगर में अदब व एहतराम के साथ धूमधाम से ईद का त्योहार मनाया गया। इस मौके पर मुस्लिम भाइयों ने नमाज अदा करने के बाद एक दूसरे के गले मिलकर ढेरों बधाईयां दीं। वहीं ईद की नमाज अदा करते हुए नमाजियों ने देश में अमन और चैन की दुआ मौला से की।

सुबह 9:15 बजे

राजधानी मार्ग स्थित जामा मस्जिद में सुबह 9.15 बजे ईद उल फितर की नमाज पेश इमाम मौलाना शमीम अहमद ने अदा कराई। इस मौके पर 9 बजे से ही जमात एकत्रित हो गई थी। इस दौरान पेश इमाम ने आईएसआईएस के खिलाफ जमकर कड़ी ¨नदा की। इसी तरह नगर की गोताखोर कालोनी, अहमद नगर, रहमत नगर, चंपापुरवा, करबला, आलम नगर, मुख्तार नगर, अली नगर, गंगानगर की मस्जिदों में समय से नमाज अदा कराई गई। इस मौके पर हाजी आयूब, मुहम्मद यासीन, मुहम्मद जावेद, मेहताब, अली राजा, फुरकान शाह, आरिफ आदि मौजूद रहे।

लजीज व्यंजनों का दौर

ईद के मौके पर नमाज अदा करने के बाद लोग एक दूसरे के घर लजीज व्यंजनों का स्वाद चखने के लिए पहुंचे। जहां पर उन्होंने मीठी सिवईयां, चने, दही फुल्की, मटर चाट, पापड़, बिरयानी, फल आदि व्यंजनों का लुत्फ उठाया।

गले मिल दी मुबारकबाद

नमाज अदा करने के बाद बच्चों से लेकर बड़ों ने एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। इस मौके पर मस्जिद के बाहर पेश इमाम मौलाना शमीम अहमद, तहसीलदार सुरेश राय, पालिकाध्यक्ष मनोज गुप्ता, सपा नेता रमेश सिंह व एसओ गंगाघाट मुहम्मद अशरफ ने एक दूसरे को बधाईयां दीं।

मुस्लिम क्षेत्रों में रही चहल-पहल

त्योहार के मौके पर नगर के मुस्लिम क्षेत्र रशीद कालोनी, मदनी नगर, सुभाष नगर, गौसपुरा, अहमद नगर, रहमत नगर, करीमुल्ला कालोनी, मनोहर नगर, इस्लाम नगर, मुख्तार नगर, आलम नगर अली नगर, ताज कालोनी आदि क्षेत्रों में काफी चहल-पहल देखने को मिली। कुछ क्षेत्रों में मनोरंजन के लिए लगाए गए डीजे में लोग थिरकते नजर आए।

चप्पे-चप्पे पर पुलिस

ईद उल फितर की नमाज को शांतिपूर्ण ढंग से कराने के लिए गंगाघाट पुलिस ने पहले से ही कड़ी चौकसी बरती। सुबह से ही नगर की डेढ़ दर्जन से ज्यादा मस्जिदों में सेक्टर मजिस्ट्रेट, पीएसी, गंगाघाट का भारी पुलिस बल तैनात रहा।

रोका गया यातायात

राजधानी मार्ग में ईद की नमाज से कुछ देर पहले पुलिस ने पोनी रोड तिराहे, सब्जी मंडी व नगर पालिका के पास बेरीके¨डग लगाकर यातायात को पूरी तरह से रोक कर गलियों में डायवर्ट कर दिया था। जिससे कई बार गलियों में जाम की स्थिति भी उत्पन्न हुई लेकिन नमाज के छूटते ही रास्तों को खोल दिया गया।