- हजरत मोहम्मद साहब के यौमे पैदाइश के मौके पर निकले जुलूस

-रोशनी से नहा उठे मुस्लिम बहुल इलाके, देर रात तक रही चहल-पहल

VARANASI

पैगम्बरे इस्लाम हजरत मोहम्मद मुस्तफा के यौमे पैदाइश के मौके पर बुधवार को शहर का हर इलाका खुशियों से झूम उठा। अलग-अलग इलाकों से जुलूस ए मोहम्मदी निकाला गया। जिसमें बड़ी संख्या में अकीदतमंद शामिल हुए। जश्ने ईद मिलादुन्नबी के मौके पर मुख्य रूप से रेवड़ी तालाब से निकले दो जुलूस में से पहले जुलूस की अगुआई काजी-ए-शहर मौलाना मुफ्ती गुलाम यासीन जबकि दूसरे की अगुआई मौलाना हसीन अहमद हबीबी ने की। जुलूस के बांसफाटक पहुंचते ही हिंदू भाइयों ने फूल-मालाओं संग भव्य स्वागत कर कौमी एकता की मिसाल कायम की। काजी-ए-शहर के संयोजन में रेवड़ी तालाब से जुलूस निकला। जुलूस के बाद हुए जलसे में मुल्क की तरक्की, अमनो-आमान व कारोबार के लिए सामूहिक दुआख्वानी हुई। वहीं मरकजी दावत-ए-इस्लामी जुलूस-ए-मोहम्मदी कमेटी के संयोजन में निकला दूसरा जुलूस सुबह लगभग 11 बजे बेनियाबाग के मैदान में पहुंचकर जलसे में तब्दील हुआ।

इन क्षेत्रों से भी निकले जुलूस

रेवड़ी तालाब से निकले जुलूस में नगर के अलग-अलग हिस्सों से निकलने वाले जुलूस क्षेत्रवार शामिल होते गए। लल्लापुरा, मदनपुरा, खानकाह-शकर तालाब, बड़ी मस्जिद कोनिया आदि इलाकों से जलूस निकला। अर्दली बाजार से भी जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला गया, जो नदेसर, पक्की बाजार होता हुआ उल्फत बीबी हाता पहुंचकर समाप्त हुआ। रजा एक मुस्तफा मिल्लत कमेटी की ओर से लच्छीपुरा की से गंगा जमुनी एकता की मिसाल पेश करता जुलूस निकला। आबिद कुरैशी के नेतृत्व में निकले जुलूस में आसिफ अली, मोनू कन्नौजिया, मो यासिन, हरिराम पटेल, राकेश सिंह, मो अजीम आदि शामिल थे। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की ओर से तिरंगे के साथ जुलूस निकाला गया। नेतृत्व मोहम्मद जुबैर ने किया। रास्ते भर मुस्लिम व हिन्दू भाइयों ने खाने-पीने की चीजों का वितरण किया। एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से जुलूस के लिए खासे इंतजामात किये गये थे।

अंजुमन फारूकिया रही अव्वल

बेनियाबाग नवाब यूसुफ मरकजी यौमुन्नबी कमेटी बनारस की ओर से मंगलवार की देर रात शुरू नातिया मुकाबले का दौर बुधवार की सुबह तक चलता रहा। प्रतिभाग कर रही अंजुमनों ने सारी रात एक-से-बढ़कर एक नातिया कलाम पेश किए। सभी के कलाम सुनने के बाद जजों ने विजेताओं की घोषणा की। अंजुमन फारूकिया-भीखाशाह ने पहला स्थान हासिल किया। वहीं दूसरा स्थान अंजुमन मुहिब्बाने अहले बैत, तीसरा अंजुमन सुन्नते रसूल-सरैंया, चौथा अंजुमन फिरदौसे अदब-चाहमामा, पांचवा अंजुमन गुलामाने पंजतन व छठवां स्थान अंजुमन नूरूल इस्लाम ने हासिल किया। बुधवार की देर रात दालमंडी स्थित एक होटल में विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर कमेटी के सभी प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे।