इर्द-उल-अजहा के चलते वेडनेसडे को सिटी में सुबह से ही खुशनुमा माहौल था। छुट्टी के चलते सड़कों पर सन्नाटा था तो मौसम भी साथ देने के मूड में था। सुबह से ही घरों में तैयारियां पूरी हो चुकी थीं और इंतजार था नमाज के वक्त का। इसके बाद ही कुर्बानी का सिलसिला शुरू होना था। खास बात यह थी बधाई देने वालों में हिन्दू भी पीछे नहीं थे। वे नमाजस्थल पर पहुंचे और गले लगकर पर्व की बधाईयां दी। देर रात तक खाने-खिलाने का सिलसिला जारी था.
घर जाकर दी मुबारकबाद
पर्व लोगों को आपस में जोड़ते हैं। करीब लाते हैं। कुछ ऐसा ही देखने को मिला बकरीद के मौके पर। पुरुष कुर्बानी की तैयारी कर चुके थे तो महिलाएं घरों में पकवान के साथ तैयार थीं। कुर्बानी के बाद तो जैसे घर-घर में पार्टी जैसा नजारा हो गया। हर किसी ने अपनी हैसियत के मुताबिक कुर्बानी थी तो पकवान भी उसी तरह से तैयार किए गए थे। घर पर कोई मुबारकवाद देने पहुंचे और पकवानों का लुत्फ उठाए बिना लौट जाए, यह न तो संभव था और न ही हुआ। दिल खोलकर लोगों ने विभिन्न व्यंजनों का स्वाद लिया। इस मौके पर बच्चों के लिए खास इंतेजाम था। उनके लिए मजिस्दों के बाहर तो मेला लगा ही था उन्हें इंटरटेन करने के लिए तमाम अन्य साधन भी उपलब्ध कराए गए थे। बच्चों ने इसका लुत्फ उठाया.
यंगस्टर्स ने ग्रुप में किया enjoy
पर्व को लेकर यंगस्टर्स में भी क्रेज देखने को मिला। कई तो ऐसे थे जो सिर्फ त्योहार मनाने के लिए अपने घर पहुंचे थे। लम्बे समय बाद यारों से मुलाकात हुई वह भी पर्व के मौके पर उन्होंने पहले खुदा की सुन्नत का फर्ज पूरा किया और फिर निकल पड़े अपनी महफिल सजाने। वे ग्रुप में निकले। दोस्तों के घरों तक गए। उन्हें बधाई दी और फिर निकल पड़े। कोई मॉल में दिखा तो कोई सिनेमा हॉल में। सिटी के पार्क भी हॉटस्पॉट बने रहे.
नमाज अता करने के लिए उमड़ी भीड़
बकरीद पर नमाज अता करने के लिए सभी तैयारियां एक दिन पहले से ही पूरी कर ली गई थीं। ईदगाह रामबाग, जाम मस्जिद चौक, जामिया दारुस्सलाम जेके आशियाना, शिया छोटी मस्जिद चक, शिया जामा मस्जिद, मस्जिद कारी हबीबुर्रहमान सब्जी मंडी, हबीबुल मस्जिद करेली, मस्जिद खानकाह हलीमिया चक, जामा मस्जिद वसीहाबाद, शाही मस्जिद बहादुरगंज दायरा करैला मस्जिद, दायराशाह गुलाम अली, मस्जिद दायराशाह अजमल और मस्जिद हबीब सी ब्लाक करेली में बड़ी संख्या में लोग नामाज अता करने पहुंचे.
इर्द-उल-अजहा के चलते वेडनेसडे को सिटी में सुबह से ही खुशनुमा माहौल था। छुट्टी के चलते सड़कों पर सन्नाटा था तो मौसम भी साथ देने के मूड में था। सुबह से ही घरों में तैयारियां पूरी हो चुकी थीं और इंतजार था नमाज के वक्त का। इसके बाद ही कुर्बानी का सिलसिला शुरू होना था। खास बात यह थी बधाई देने वालों में हिन्दू भी पीछे नहीं थे। वे नमाजस्थल पर पहुंचे और गले लगकर पर्व की बधाईयां दी। देर रात तक खाने-खिलाने का सिलसिला जारी था.
घर जाकर दी मुबारकबाद पर्व लोगों को आपस में जोड़ते हैं। करीब लाते हैं। कुछ ऐसा ही देखने को मिला बकरीद के मौके पर। पुरुष कुर्बानी की तैयारी कर चुके थे तो महिलाएं घरों में पकवान के साथ तैयार थीं। कुर्बानी के बाद तो जैसे घर-घर में पार्टी जैसा नजारा हो गया। हर किसी ने अपनी हैसियत के मुताबिक कुर्बानी थी तो पकवान भी उसी तरह से तैयार किए गए थे। घर पर कोई मुबारकवाद देने पहुंचे और पकवानों का लुत्फ उठाए बिना लौट जाए, यह न तो संभव था और न ही हुआ। दिल खोलकर लोगों ने विभिन्न व्यंजनों का स्वाद लिया। इस मौके पर बच्चों के लिए खास इंतेजाम था। उनके लिए मजिस्दों के बाहर तो मेला लगा ही था उन्हें इंटरटेन करने के लिए तमाम अन्य साधन भी उपलब्ध कराए गए थे। बच्चों ने इसका लुत्फ उठाया।
यंगस्टर्स ने ग्रुप में किया enjoy पर्व को लेकर यंगस्टर्स में भी क्रेज देखने को मिला। कई तो ऐसे थे जो सिर्फ त्योहार मनाने के लिए अपने घर पहुंचे थे। लम्बे समय बाद यारों से मुलाकात हुई वह भी पर्व के मौके पर उन्होंने पहले खुदा की सुन्नत का फर्ज पूरा किया और फिर निकल पड़े अपनी महफिल सजाने। वे ग्रुप में निकले। दोस्तों के घरों तक गए। उन्हें बधाई दी और फिर निकल पड़े। कोई मॉल में दिखा तो कोई सिनेमा हॉल में। सिटी के पार्क भी हॉटस्पॉट बने रहे।
नमाज अता करने के लिए उमड़ी भीड़ बकरीद पर नमाज अता करने के लिए सभी तैयारियां एक दिन पहले से ही पूरी कर ली गई थीं। ईदगाह रामबाग, जाम मस्जिद चौक, जामिया दारुस्सलाम जेके आशियाना, शिया छोटी मस्जिद चक, शिया जामा मस्जिद, मस्जिद कारी हबीबुर्रहमान सब्जी मंडी, हबीबुल मस्जिद करेली, मस्जिद खानकाह हलीमिया चक, जामा मस्जिद वसीहाबाद, शाही मस्जिद बहादुरगंज दायरा करैला मस्जिद, दायराशाह गुलाम अली, मस्जिद दायराशाह अजमल और मस्जिद हबीब सी ब्लाक करेली में बड़ी संख्या में लोग नामाज अता करने पहुंचे.
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