- ग्रामीण क्षेत्र में मलेरिया, वायरल बुखार व डायरिया से मौतों का सिलसिला

- गांवों में दहशत, स्वास्थ्य महकमा रोकथाम में नाकाम

ALLAHABAD: ग्रामीण इलाकों में वायरल बुखार व मलेरिया बेकाबू होता जा रहा है। बीमारी की चपेट में आकर अब तक कई मौतें हो चुकी हैं। पिछले चौबीस घंटों में बुखार, मलेरिया व डायरिया से आठ लोगों की मौत हो गई। बीमारियों का सबसे ज्यादा कहर यमुनापार इलाके में है।

मलेरिया का तेज बुखार ले रहा जान

करछना निवासी सुखदेव गौड़ बुखार से पीडि़त थे। मंगलवार की शाम उनकी मौत हो गई। इसी प्रकार तेवरिया गांव के रजय भान सिंह उर्फ पप्पू की पत्‍‌नी मीना देवी को भी सोमवार को अचानक तेज बुखार हुआ। परिजन उसे लेकर करछना स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान मंगलवार की शाम उसकी मौत हो गई। उधर, बसरिया गांव के भोलानाथ की भी बुधवार सुबह तेज बुखार के चलते मौत हो गई। क्षेत्र में लगातार बुखार से तीन लोगों की मौत से इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। जसरा विकास खंड के पिपरांव गांव की प्रधान सुनीता देवी के पति कन्हैया लाल को चार दिन पहले बुखार आया। परिजनों ने उन्हें क्षेत्र के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। यहां उपचार के दौरान मंगलवार की देर शाम उनकी मौत हो गई।

जसरा में तीन की मौत

विकास खण्ड जसरा के दो अलग अलग गांवों में मलेरिया से पीडि़त तीन लोगों की मौत हो गयी। जिससे ग्रामीणों में भय एवं दहशत व्याप्त है। क्षेत्र के अतरसुइया निवासी विशम्भर नाथ की पुत्री सीमा 14 व धर्मपाल की पुत्री आरती 16 वर्ष एक सप्ताह से बुखार से पीडि़त थी। जिनका गांव के ही झोलाछाप डाक्टरों द्वारा इलाज किया जा रहा था कि बुधवार को हालत बिगड़ने पर परिजन जसरा निजी अस्पताल ले जा रहे थे कि दोनो की मौत हो गयी। इसी प्रकार क्षेत्र के ही गड़ैया कला गांव निवासी तेरसू की 40 वर्षीय पत्‍‌नी विमला जो कि एक सप्ताह से बुखार से पीडि़त थी उनकी भी बुधवार को देर शाम इलाज के दौरान मौत हो गयी।

डायरिया से बालिका की मौत

CHAYAL: दोआबा में डेंगू के डंक से लोग अभी नहीं उबर पाए हैं कि डायरिया ने अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है। बुधवार की दोपहर गर्मी और उमस से बेसुध हुई एक दस वर्षीय बालिका डायरिया की चपेट में आ गई। चायल कस्बे के वार्ड नंबर तीन गांधी नगर निवासी मुसई पासी की दस वर्षीय बेटी मोनी की तबीयत बुधवार को अचानक खराब हो गई। बालिका के पेट में तेज दर्द और उल्टी होने लगी तो परिजन सकते में आ गए। इलाज के लिए बालिका को स्थानीय अस्पताल ले ही जाया जा रहा था कि रास्ते में उसका दम टूट गया।

रहस्यमय बुखार ने ली जान

शंकरगढ़ क्षेत्र के ग्रामसभा शिवराजपुर डाड़ी की छात्रा की रहस्यमय बुखार से मौत हो गई। ग्रामसभा शिवराजपुर गांव निवासी रामअचल की आठ वर्षीया बेटी सुष्मिता को 29 सितम्बर को तेज बुखार आया। परिजन उसे जसरा स्थित नर्सिगहोम में इलाज के लिए ले गए। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। चिकित्सक ने छात्रा में डेंगू बुखार का लक्षण होना बताया।

- जनपद में मलेरिया बीमारी का प्रकोप तो है। खासकर यमुनापार में मरीज तेजी से बढ़े हैं। जहां से सूचना मिल रही है, टीम भेजकर लोगों का इलाज कराया जा रहा है। हालात काबू में हैं।

डॉ। पदमाकर सिंह, सीएमओ इलाहाबाद