क्त्रड्डठ्ठष्द्धद्ब : जल संसाधन, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के आठ जूनियर इंजीनियर तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिए गए हैं। इन सभी जूनियर इंजीनियर पर ट्रांसफर ऑर्डर का अनुपालन नहीं करने का आरोप है। मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है। सस्पेंड होने वाले जेई में विश्वनाथ शर्मा, युधिष्ठिर प्रसाद सिंह, उपेन्द्र प्रसाद, रामनरेश झा, चांद कुमार हेम्ब्रम, भवेन्द्र झा, अशोक कुमार और अविनाश कुमार शामिल हैं।

आदेश की अवहेलना

इन सभी जूनियर इंजीनियर को आदेश की अवहेलना करने एवं अनुशासनहीनता बरतने का दोषी पाया गया है। सस्पेंड किए गये सभी जूनियर इंजीनियर के खिलाफ विभागीय कार्यवाही चलेगी। इन सभी को सस्पेंड पीरिएड के दौरान अलग-अलग अंचल में रहने का आदेश दिया गया है। मंत्री ने स्पष्ट किया है कि आदेश का अनुपालन हर हाल में कराया जायेगा और किसी भी कीमत पर अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी वजह से योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है और इसका नुकसान आम जनों के साथ-साथ सरकार को भी उठाना पड रहा है, इसको लेकर पदाधिकारियों को चिन्हित भी किया जा रहा है। इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

ट्रांसफर-पोस्टिंग में पैरवी बर्दाश्त नहीं

मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा कि कायरें के निष्पादन में शिथिलता एवं योजनाओं के क्रियान्वयन में उदासीनता बरतने वाले पदाधिकारी या इंजीनियर पर हर हाल में कार्रवाई होगी। तय समय सीमा के भीतर योजनाओं का क्रियान्वयन हर हाल में सुनिश्चित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मन मुताबिक पदस्थापन चाह रखने वाले इंजीनियर जो अनुचित तरीके से पैरवी कराते हैं, ऐसे इंजीनियर को पहले सस्पेंड किया जायेगा उसके बाद विभागीय कार्रवाई चलाकर बर्खास्त किया जाएगा।