PATNA: कुछ ही दिनों में शहर का लुक बदल जाएगा। इसके लिए पटना नगर निगम ने पुख्ता तैयारी कर ली है। जिसके तहत शहर में 8 हजार सड़कों के नवनिर्माण की तैयारी की गई है। जिसमें कम से कम सात हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस खर्चे से 2500 किमी के दायरे में नगर निगम एरिया में आने वाली सड़कों का नए सिरे से निर्माण कराया जाएगा। निगम ने शहरी क्षेत्र में सड़कों का सर्वे कार्य शुरू करवा दिया है। उन्हें चिन्हित करने के तुरंत बाद राज्य सरकार के पास इसका प्रस्ताव भेजा जाएगा।

यहां आ रही समस्या

शहर में सड़कों के जर्जर होने और उनकी पटरियों के कच्चा होने की वजह से कई मुश्किलें उत्पन्न हो रही हैं। इसमें बड़ी समस्या यह है कि सड़कों के किनारे गंदगी की वजह से यहां सर्वे करना भी मुश्किल हो रहा है। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले समय में सड़क के किनारे कहीं भी कचरा या गंदगी देखने को नहीं मिलेगा। इन सड़कों के साथ ऐसा प्लान तैयार किया जा रहा है।

तो अब यह होगी कोशिश

समस्या को देखते हुए नगर निगम ने फैसला किया है कि शहर में किसी भी सड़क और उसके आसपास के एरिया को कच्चा नहीं छोड़ा जाएगा। सड़क पूरी तरह से चुस्त-दुरूस्त होंगे और पटरियां भी आकर्षण का केंद्र बिंदु रहेंगी। इसके लिए प्रत्येक सड़क के किनारे पेवर ब्लॉक लगाने की तैयारी की गई है। ताकि सड़क पर जहां वाहन चलेंगे वहीं फुटपाथ के रूप में पेवर ब्लॉक राहगीरों के चलने के काम आएगा।

सड़क और ड्रेनेज एक साथ

निगम ने फैसला किया है कि किसी भी सड़क के निर्माण के समय ही ड्रेनेज का निर्माण भी पूरा कराया जाएगा। इससे पहले सड़क और नाला दो अलग-अलग एजेंसियों से बनवाई जाती थीं। जिससे सड़क और नाले के सतह में भारी अंतर होने की वजह से बरसात में जल निकासी की समस्या चुनौतीपूर्ण बन जाया करती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अधिकारियों का कहना है कि जिस भी एजेंसी को सड़क निर्माण की जिम्मेवारी दी जाएगी, वही ड्रेनेज का निर्माण भी करवाएगा।

सरकारी एजेंसी करेगी सहयोग

शहरी क्षेत्र में कोई भी सड़क हो, उसका नए सिरे से निर्माण कराया जाएगा। शहरी सड़कों को बनाने में आरसीडी और दूसरी एजेंसियों का भी सहयोग लिया जाएगा। एक ही डीपीआर में निर्माण का बजट और एरिया बंटा रहेगा। ताकि प्रधान मुख्य सड़क, मुख्य सड़क व अन्य सड़कों का कायाकल्प हो सके।