साल 2010 में यूफोरिया से अलग होने के बाद एका अस्तित्व में आया था। म्यूजिक को लेकर अपनी युनिक थिंकिंग की वजह से यह बैंड कम समय में ही यंगस्टर्स के दिलो दिमाग में छा गया। एका बैंड के मेंबर्स का सीधा फंडा है म्यूजिक वही है जो दिल की बात बोले, म्यूजिक वहीं जो लिमिटेशेंस में न हो।

समय और सीमा से परे

एका बैंड के मेंबर म्यूजिक को सीमाओं में बांधना पूरी तरह से गलत मानते हैं। इनका साफ कहना है कि म्यूजिक समय और सीमाओं के बंधन में नहीं बांधा जा सकता। जिस तरह परिंदे की कोई सरहद नहीं होती है। वैसे ही संगीत की लिमिट नहीं होती है। लोकेश कहते हैं रियल म्यूजिक वह है जो लोगों को खुद से कनेक्ट करे और लोग उसे इंज्वाय करें। बेनी ने बताया कि लिमिटेशंस को तोडऩा ही हमारी सक्सेस का रीजन है।

पहले भी आ चुके है

बेनी ने बताया कि संगम सिटी में उन्हें सबसे पहले बिग बी की याद आई। उन्होंने बताया कि हम मॉर्निंग में संगम गए। वैसे ये पहला मौका नहीं जब उन्हें इलाहाबादी ऑडियंस के सामने परफॉर्म करने का मौका मिला है। बकौल बेनी इससे पहले वे दो बार यहां आ चुके हैं। इससे पहले 2010 में भी वे यहां परफॉर्मेंस दे चुके हैं। 2005 में भी यूफोरिया की ओर से रेलवे के एक प्रोग्राम में उन्होंने शिरकत की थी।

बस यही होता है मकसद

बैंड में वोकल की भूमिका लोकेश निभाते हैं। वह कहते हैं कि एका बैंड दूसरे बैंड्स से बिल्कुल अलग है। इस ग्रुप की खास बात यह है कि लीक पर चलने में हम यकीन नहीं रखते। जो मर्जी होती है वही करते हैं। खुद को और ऑडियंस को ग्रेट फील कराना ही उनकी परफॉर्मेंस का मेन मकसद होता है। ऐसे में एक्सपेरिमेंट भी खूब करते हैं।

हर तरह का म्यूजिक है खास

क्लासिकल आल टाइम फेवरेट है लेकिन ऐसा नहीं कि वेस्टर्न म्यूजिक को पसंद ही नहीं किया जाता। एका बैंड मेंबर्स का कहना है कि म्यूजिक कोई भी हो, उसकी अपनी खासियत होती है। ऐसा न होता तो बॉलीवुड में रॉक ऑन, रॉकस्टार जैसी मूवीज इतने बड़े पैमाने पर बिजनेस नहीं कर पातीं।