एकता कहती हैं, ''इंडस्ट्री में कदम रखने से पहले मेरे पिता ने मुझ से साफ़ साफ़ कह दिया था कि या तो मैं काम कर लूं या फिर शादी कर लूं. मैंने काम को चुना और मैं आपको बता दूं कि आज भी कुछ नहीं बदला है. फिलहाल मैं सिर्फ अपने काम पर ही ध्यान देना चाहती हूँ.''

एकता मानती हैं कि आज वो जो कुछ भी हैं वो अपने माता-पिता की वजह से हैं. वो कहती हैं, ''मेरे माता पिता ने मुझे काम करने के लिए बहुत प्रोत्साहित किया. मेरे आत्मबल को बढ़ाया.''

अब क्योंकि एकता मशूहर अभिनेता जीतेंद्र की बेटी हैं तो क्या इससे इंडस्ट्री में उनका सफ़र आसान हुआ? इस सवाल का जवाब देते हुए एकता कहती हैं, ''जब मैंने इंडस्ट्री में कदम रखा तो मेरे बारे में लोगों के दिमाग में कई गलत धारणाएं थी. लोग सोचते थे कि मैं अमीर बाप की बिगड़ी हुई औलाद हूं. वैसे इन सब ग़लतफहमियों को ध्यान में रखते हुए मैंने भी कभी नहीं सोचा था कि मैं यहां तक पहुंच पाऊंगी.''

एकता ये भी कहती हैं कि जब उन्होंने अपने काम की शुरुआत की थी तब तो उन्होंने शौकिया तौर पर ही अपने काम को शुरू किया था और साथ ही वो ये भी सोच रही थी कि काम से होने वाली कमाई से वो अपना जेब खर्च निकाल लेंगी.

वो कहती हैं, ''काम मैंने शौकिया तौर पर शुरू तो किया था लेकिन जल्द ही मुझे उसमें मज़ा आने लगा.''

टीवी और फिल्म निर्माता एकता कपूर ये भी कहती हैं कि उन्होंने कभी भी बने बनाए नियमों का पालन नहीं किया है.

वो कहती हैं, ''मैंने तो हमेशा ही नियमों पर सवाल उठाए हैं. क्योंकि यही सवाल तो आपको जवाब ढूढने के लिए प्रेरित करते हैं और अपना अलग रास्ता बनाने के लिए उकसाते हैं.''

एकता ने अपने करियर की शुरुआत टीवी प्रोडक्शन से की थी लेकिन 'सोप ओपेरा क्वीन' के नाम से जाने जानी वाली एकता को कैसे मिला पहला मौका?

इस सवाल के जवाब में एकता कहती हैं, ''मेरा पहला शो मुझे दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत ने दिलवाया था एक दक्षिण भारतीय चैनल पर. मुझे रात 10 बज कर 45 मिनट का स्लौट मिला था. इस चैनल का प्राइम टाइम रात 9 बजे ख़त्म हो जाता था. लेकिन कुछ ही दिनों में मेरा शो इस चैनल पर नम्बर वन बन गया.''

एकता कहती हैं, ''मुझे ऐसी ही मुश्किलों से लड़ने में मज़ा आता है. ऐसी चुनौतियों का सामना करने में अच्छा लगता है. लेकिन मैं उस वक़्त दबाव में आ जाती हूं जब सब कहने लगते हैं कि अरे ये एकता का प्रॉजेक्ट है तब तो ये ज़रूर हिट होगा.''