- सिविल डिफेंस के साथ जानेंगे लो वोटिंग परसेंटेज का कारण

-चलेगा डोर टू डोर जागरूकता अभियान

ALLAHABAD: लोकसभा चुनाव के दौरान वोटिंग परसेंटेज बढ़ाने के लिए अब डोर टू डोर मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान लोगों से वोट नहीं देने के कारणों का पता लगाया जाएगा। जिला प्रशासन ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए सिविल डिफेंस का सहयोग लेने का निर्णय लिया है। बुधवार को संगम सभागार में एक मीटिंग के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी व डीएम पी गुरु प्रसाद ने सबसे खराब बीस फीसदी वोटिंग वाले बूथों पर विशेष ध्यान देने की बात भी कही।

होगी प्रबुद्ध लोगों से बातचीत

मीटिंग में कहा गया कि शहर में सबसे खराब वोटिंग परसेंटेज शहर उत्तरी का रहा है। यहां पर सबसे अधिक प्रबुद्धजनों के रहने के बावजूद लोग वोट देने के लिए घर से नहीं निकलते हैं। इस अभियान के दौरान डोर टू डोर संपर्क करके लोगों से वोट नहीं देन का कारण पता किया जाएगा। ये फीडबैक प्रशासनिक अधिकारियों को भी दिया जाएगा। नुक्कड़ सभाओं, चौपालों और चुनाव आयोग द्वारा उपलब्ध कराई गई प्रचार सामग्री के माध्यम से भी मतदाताओं को जागरूक किया जाएगा। ताकि वह अपने मताधिकार का उपयोग अधिकार व कर्तव्य समझकर अनिवार्य रूप से करें। अभियान बुधवार से आरंभ कर दिया गया है।

पांच दिन पहले पहुंचेगी वोटर स्लिप

मतदाताओं की सुविधा के लिए बीएलओ द्वारा वोटर स्लिप पांच दिन पहले घर-घर पहुंचाई जाएगी। बनकर आए नए वोटर कार्ड को भी ख्8 से ख्9 मार्च तक बटवाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। डीएम ने कहा कि बीएलओ के काम की निगरानी सिविल डिफेंस के वार्डेन करेंगे और इसका फीडबैक प्रशासन को देंगे। वोटर कार्ड केवल संबंधित सदस्य या उसके परिवार के लोगों को दिया जाएगा, किसी अन्य को दिए जाने पर बीएलओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर जेल भेजा जाएगा। बैठक में सिविल डिफेंस के वार्डन भी मौजूद रहे।

बॉक्स में कैद हुई ईवीएम

बुधवार को मुंडेरा स्थित मंडी में लोकसभा चुनाव में उपयोग होने वाली इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन यानी ईवीएम का रैन्डममाइजेशन किया गया। इस दौरान सभी मशीनों को बॉक्स में रखा गया। ऑफिसर्स ने बताया कि प्रत्येक बॉक्स में दस-दस की संख्या में कंट्रोल यूनिट और बैलेट यूनिट रखी गई हैं। वहीं कौन सी ईवीएम किस बूथ पर जाएगी, इसका निर्णय वोटिंग से एक सप्ताह पहले लिया जाएगा।