- अतुल प्रधान के साथ नॉमिनेशन कोर्ट में पहुंचे दर्जनों कार्यकर्ता

- उप जिला निवार्चन अधिकारी सामने होने के बाद भी साधी चुप्पी

- पुलिस भी बनी रही मूक दर्शक, किसी को नहीं रोका

Meerut : पार्टी सत्ता में हो और 'नेता जी' सीएम के नजदीक हों तो किस बात की आचार संहिता? न कोई नियम और न कोई बंधन। कुछ इसी तरह का अहसास कराया सपा छात्रसभा के प्रदेश अध्यक्ष अतुल प्रधान ने। वार्ड-2 से अपनी वाइफ के नामांकन के लिए आए अतुल प्रधान के पीछे दर्जनों लोगों की भीड़ थी, जो नॉमिनेशन कोर्ट में बेझिझक अंदर गई। प्रशासन रोकने की हिम्मत भी नहीं जुटा सका तो मौके पर तैनात पुलिस अधिकारी भी मूकदर्शक बने रहे। जब नामांकन की बारी आई तो कई लोगों को पीछे हटाकर पहले सीमा का नामांकन कराया गया।

कुछ नहीं कर सके एडीएम-ई

उप जिला निवार्चन अधिकारी जिला पंचायत एवं एडीएम-ई दिनेश चंद्र अपने कोर्ट रूम में अंदर गए तो अतुल और उनकी वाइफ के पीछे दर्जनों लोगों की भीड़ पहले ही नॉमिनेशन के लिए अंदर पहुंच चुकी। हर उम्मीदवार के साथ सिर्फ दो लोगों के अंदर आने के निर्देश देने वाले दिनेश चंद्र सत्ताधारी पार्टी के चहेते चेहरे को देखकर न तो कुछ कह सके ना ही कुछ कर सके। ताज्जुब की बात तो ये थी कि सीमा, अतुल और समर्थक जब अंदर जा रहे थे तो क्षेत्रीय थाने के अध्यक्ष गेट पर ही बैठे थे, लेकिन वो भी कुछ कहने की हिम्मत नहीं जुटा सके।

सभी किनारे कर कराया नॉमिनेशन

जब सीमा और अतुल नॉमिनेशन कराने के लिए पहुंचे तो उस वक्त डाइस पर नॉमिनेशन कराने वालों की काफी भीड़ थी। लेकिन सीमाएं और नियम-कानून कुछ लोगों के लिए नहीं होते हैं। अगर अधिकारी सहयोग करे तो काम और भी आसान हो जाता है। लाइन में लगे सभी उम्मीदवारों को पीछे करते हुए एआरओ ने अतुल प्रधान की वाइफ का नॉमिनेशन पहले किया। बाकी लोग सब सिर्फ तांकते ही रह गए। जैसे नॉमिनेशन हुआ सभी अधिकारियों ने राहत की सांस ली।

एडीएम ई के ऑफिस मिटाई थकान

हद तो तब और हो गई जब अतुल प्रधान, सीमा प्रधान, सपा जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह और बाकी कार्यकर्ता थोड़ी भीड़ को देखकर सीधे एडीएम ई के ऑफिस में जाकर बैठ गए। करीब आधा घंटा बैठने के बाद नॉमिनेशन कराया। बाहर एडीएम ई खुद आए और उन्होंने एआरओ को निर्देश दिए कि आप ही नामांकन कराएंगे।

जैसे आ गया हो कोई वीआईपी

अतुल प्रधान और सीमा प्रधान के आने की खबर सुबह से पूरे कलक्ट्रेट में घूम रही थी। नॉमिनेशन करने वाले उम्मीदवार अपने चुनाव से ज्यादा अतुल और उसकी वाइफ के बारे में चर्चा कर रहे थे। दोपहर करीब 1:10 पर नॉमिनेशन करने के लिए एडीएम कार्यालय के अंदर पहुंचे तो नॉमिनेशन कराने आए लोगों की नजरें सीमा प्रधान की ओर घूम गई। सीमा और अतुल को लोग ऐसे देख रहे थे जैसे कोई वीआईपी आ गया हो।

पहले दिए हुए 65 नामांकन

तीसरे चरण के मतदान के लिए मंगलवार को 63 उम्मीदवारों ने कुल 65 नामांकन किए। जिसमें से सबसे अधिक नामांकन वार्ड 33 से 14 नामांकन हुए। जबकि वार्ड एक से 5, वार्ड दो से 5, वार्ड तीन से 2, वार्ड चार से 6, वार्ड पांच से 12, वार्ड बत्तीस से 8, और वार्ड 34 से 11 नामांकन हुए। मोनिका शर्मा ने 2 और रीना कुमारी ने दो सेट दाखिल किए थे।

इन लोगों ने दाखिल किए पर्चे

वार्ड : 1 :- मांगेराम, गीता, नवभार, शमीम और नूर मोहम्मद।

वार्ड : 2 :- मोनिका शर्मा (2 सेट), अनिता शर्मा, सुखबीरी, अनिता, सीमा प्रधान।

वार्ड : 3 :- राजेंद्र सिंह, प्रकाश चंद।

वार्ड : 4 :- जावेद मलिक, भोला, मालविका, हितेशा, सीमा, बबीता।

वार्ड : 5 :- कमलेश, प्रेमवती, रीता, प्रीति, पूजा, मुकेश, रीना कुमारी (2 सेट), कमलेश, अनुराधा, संगीता, राजकुमारी, पूजा।

वार्ड : 32 :- इंतजार अहमद खां, देवेंद्र सिंह, सुशील, सुनील, बिन्नू, ओमबीरी, संजय कुमार, प्रवीन कुमार।

वार्ड : 33 :- भूपेंद्र, कपिल, तस्लीम, मुजीब, नगमे जहां, इंतजार, अब्दुल सलाम, गुरदीप, विनोद कुमार, गीता, कुलदीप कुमार, राकेश, अनवार अहमद, राशिद।

वार्ड : 34 :- मेघराज सिंह, मुनेश, जयकी राव गौतम, लोकेश, महेंद्री, अरविंद कुमार, कल्पना, अजय यादव, विपिन कुमार, दिलशाद, जिबाना।