-इलेक्शन कमीशन से लोग कर रहे हैं अजब-गजब शिकायतें

-कोई सास-ससुर की तो कोई मेडिकल ना कराए जाने की कर रहा शिकायत

-सरकारी कर्मचारी भी लगे हैं विभागीय खुन्नस निपटाने में

-बे सिर-पैर की शिकायतों पर माथा पकड़ रहे इलेक्शन ऑफिसर

KANPUR: इलेक्शंस के टाइम पर इलेक्शन कमीशन ही सबसे पावरफुल एथॉरिटी हो जाती है। ये फैक्ट लोगों को लगता है ज्यादा ही अच्छी तरह समझ में आ गया है। लेकिन कमीशन को इसका खामियाजा भी चुकाना पड़ रहा है। अब उन्हें सास-ससुर और बहू तक के झगड़े निपटाने पड़ रहे हैं। दरअसल वे ऐसी-ऐसी शिकायतें इलेक्शन कमीशन से कर रहे हैं, जिनका इलेक्शंस से दूर-दूर तक कोई वास्ता ही नहीं है। कोई दबंग ससुर के घर से निकाल देने की शिकायत कर रहा है तो कोई पुलिस के मेडिकल ना कराए की शिकायत कर रही है। यही नहीं इलेक्शन कमीशन से शिकायत कर इम्प्लाई विभागीय खुन्नस भी निकाल रहे। इन अजब-गजब शिकायतों को पढ़कर इलेक्शन ऑफिसर्स ने माथा पकड़ लिया है। उन्हें समझ में नहीं आ रहा करे तो क्या करें?

इलेक्शन कमिश्नर तक से शिकायत

कानपुर नगर और अकबरपुर लोकसभा सीट के इलेक्शन के कारण लोगों की शिकायतों के लिए कलेक्ट्रेट में कम्प्लेंट सेल बनाया गया है। यहां अब तक करीब ख्0 कम्प्लेंट दर्ज हो सकी है। इनमें कई ऐसी कम्प्लेन भी हैं, जो राज्य निर्वाचन आयुक्त को लेटर भेजकर भी की गई है। जिससे कि सिटी के ऑफिसर्स लापरवाही न बरतें। इनमें कई कम्प्लेन ऐसी है, जिनको सिटी के इलेक्शन ऑफिसर कई-कई बार पढ़ रहे हैं। फिर भी उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि वह क्या करें? पर उन्हें इन कम्प्लेंट्स को संबंधित डिपार्टमेंट्स में आवश्यक कार्रवाई के लिए भेज रहे हैं।

बहू ने की ससुर की शिकायत

स्टेट इलेक्शन कमिश्नर को लेटर भेजकर एक बहू ने ससुर की शिकायत की है। शिकायत करने वाली बहू प्रीति उर्फ डाली हनुमन्त विहार निवासी आशीष की पत्नी है। उसके मुताबिक ससुर हेड कांस्टेबल हैं, उन पर इटावा में कई मुकदमें दर्ज हैं, बावजूद उनका प्रमोशन कर दिया गया है। दबंग ससुर ने मुझे व मेरी बच्ची को भी घर से निकाल दिया है। हमें भरण-पोषण व सामाजिक खर्च दिलाया जाए?

पुलिस नहीं करा रही मेडिकल

इलेक्शन कमिश्नर से की गई शिकायतों में से एक शिकायत नवीन नगर काकादेव की रूचि भाटिया की है। उन्होंने भी इलेक्शन कमिश्नर को लेटर भेजकर शिकायत की है कि पुलिस ना तो उनका बयान दर्ज कर रही है और ना ही उनका मेडिकल कर रही है। जबकि डाक्टर के खिलाफ 9 फरवरी को ही काकादेव थाना में मुकदमा दर्ज करा चुकी है।

आपसी खुन्नस भी निपटा रहे

मौका अच्छा देखकर हर कोई इलेक्शन कमीशन से शिकायत कर चौका मारने में लगा हुआ है। इस लिस्ट में सिंचाई कर्मचारी एसोसिएशन के महामंत्री शिवनारायण साहू भी शामिल हैं। उनकी शिकायत है कि लोअर गंगा कैनाल के एक्सईएन डीके ने अभद्रता की है। वहीं एडवोकेट मनुराग सिंह ने इलेक्शन कमिश्नर को लेटर भेजकर केस्को ऑफिसर्स व करप्शन की शिकायत की है। उनका कहना है कि महत्वपूर्ण पदों पर जमे एक्सईएन जीडी द्विवेदी का ट्रांसफर काफी पहले ही हो चुका है। यूपीपीसीएल के लेटर भेजने के बावजूद उन्हें रिलीव नहीं किया जा रहा है। इसी तरह नगर निगम के एक्सईएन ने अपने ही विभाग के ऑफिसर राकेश मोहन अस्थाना की शिकायत इलेक्शन कमिश्नर से की है। शिकायत में उन्होंने कहा कि मिस्टर अस्थाना लगातार क्भ् साल से नगर निगम में जमें है। पहले भी वे क्0 साल तक रह चुके है। वहीं दूसरी ओर एम मिश्रा ने शिकायत की है कि इंस्पेक्टर व सीनियर सबइंस्पेक्टर होने के बावजूद भी थानों में जूनियर ऑफिसर्स को थानाप्रभारी बनाया गया है।

अन्य शिकायतें

-इलेक्शन में क्0 हजार करोड़ की ब्लैक मनी यूज किए जाने के संबंध में- सत्यदेव राम

-पोलिंग बूथ बनाए जाने को लेकर

- लाल सिंह तोमर

-वोटर लिस्ट में नाम नहीं है

- राम आजाद

- मतदाता पहचान पत्र के सबंध में - शिवम त्रिपाठी

-पोलिंग बूथ पर - सोनू मिश्रा

वर्जन-

शिकायत प्रकोष्ठ में जो भी शिकायतें आ रही हैं या फिर इलेक्शन कमीशन से आई हैं, उनका निस्तारण कराया जा रहा है। जो शिकायतें जिस विभाग की हैं उनके विभागाध्यक्षों से लगातार संपर्क किया जा रहा है।

-शत्रुघन सिंह, उप जिला निर्वाचन अधिकारी