-लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर आयोग हुआ सक्रिय

क्कन्ञ्जहृन्: निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारियां अभी से शुरू कर दी है। आयोग ने मतदान केंद्रों के पुनर्निर्धारण का कार्यक्रम तय कर जिला निर्वाचन अधिकारियों को भौतिक सत्यापन कराने का आदेश दिया है। कहा गया है कि वोटर्स की अधिकतम संख्या के आधार पर मतदान केंद्रों के पुनर्निर्धारण का काम 27 जून तक पूरा कर प्रारूप प्रकाशित करें। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्र में 1200, जबकि शहरी क्षेत्रों में अधिकतम 1400 वोटर्स पर एक मतदान केंद्र तैयार करने का आदेश दिया है। प्रारूप पर दावा-आपत्ति के निपटारे के बाद 31 जुलाई तक नए मतदान केंद्रों का प्रस्ताव आयोग को भेज दिया जाएगा।

15 जून तक भौतिक सत्यापन

आयोग द्वारा तय कार्यक्रम के अनुसार मतदान केंद्रों के भौतिक सत्यापन का काम 15 जून तक पूरा कर लिया जाएगा। जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्धारित मॉड्यूल में मतदान केंद्रों के भौतिक सत्यापन की रिपोर्ट सीईओ की वेबसाइट पर अपलोड कराने का टास्क दिया गया है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि मतदान केंद्रों पर निर्वाचकों की अधिकतम संख्या बनाए रखने के लिए सर्वप्रथम आस-पास के मतदान केंद्रों के बीच मतदाताओं का स्थानांतरण होगा। मतदाताओं का स्थानांतरण पूरे परिवार के साथ होगा। अगर मतदान केंद्रों के बीच वोटर्स का स्थानांतरण नियमानुकूल नहीं है तो नए बूथ की स्थापना होगी। 7 अगस्त तक निर्वाचन आयोग से बूथों का अनुमोदन प्राप्त होने के बाद जिला स्तर पर इसका अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।

प्रतिनिधियों की पहली बैठक 27 को

-मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन 15 जून तक।

-मतदान केंद्रों के प्रारूप का प्रकाशन 27 जून तक।

-मतदान केंद्रों के प्रारूप के प्रकाशन पर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, सांसद-विधायकों के साथ पहली बैठक 27 जून।

-मतदान केंद्रों के प्रकाशित प्रारूप पर दावा-आपत्ति 28 जून से सात जुलाई तक।

-दावा-आपत्तियों का निपटारा 15 जुलाई तक।

-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों व सांसद-विधायकों के साथ दूसरी बैठक 16 से 20 जुलाई तक।

-मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय को मतदान केंद्रों की सूची का प्रस्ताव भेजना 21 से 25 जुलाई

-निर्वाचन आयोग को स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजना 26 जुलाई से 31 जुलाई।

-निर्वाचन आयोग की मतदान केंद्रों पर सहमति सात अगस्त।