निर्वाचन आयोग ने दिया आदेश, सोशल मीडिया पर रखी जाएगी नजर

आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई

ALLAHABAD: निकाय चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने या अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। निर्वाचन आयोग ने इस संबंध में एसएमएस, फेसबुक, ट्विटर इंस्टाग्राम और वॉट्सएप के जरिए आपत्तिजनक सन्देश, फोटो या वीडियो शेयर करने वालों पर नजर रखने को कहा है। इस संबंध में एक्सप‌र्ट्स की टीम बनाकर निगरानी की जाएगी।

ताकि प्रभावित न हो चुनाव

चुनाव आयोग ने पुलिस और जिला प्रशासन को पत्र भेजकर अगले एक महीने निकाय चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर डाली जाने वाली पोस्ट्स की मॉनिटरिंग के निर्देश दिए हैं। कहा कि चुनाव से जुड़ी सभी संदेशों की मॉनिटरिंग की जाए। आपत्तिजनक पोस्ट या मैसेज शेयर करने वाले को खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

जेनरेटिंग सोर्स पर कार्रवाई

चुनाव आयोग के इस आदेश के बाद अगर ऐसे किसी मैसेज या फोटो से चुनाव प्रक्रिया प्रभावित हुई या कानून व्यवस्था पर उल्टा प्रभाव पड़ा तो मैसेज पोस्ट करने वाला, ग्रुप एडमिन समेत पोस्ट या फोटो के जेनरेटिंग सोर्स का पता लगाकर कार्रवाई की जाएगी। ऐसे लोगों के खिलाफ मीडिया सेल धर-पकड़ की कार्रवाई कर उसके खिलाफ आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई करेगा। खासकर अगले एक माह तक सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।

यहां भी लेनी होगी परमिशन

इसके अलावा आयोग का कहना है कि सोशल मीडिया पर प्रचार के लिए भी प्रशासन ने अनुमति लेनी होगी। इसका भी चार्ज जोड़ा जाएगा। सोशल मीडिया पर भेजे जाने वाले बल्क मैसेज की रेट लिस्ट भी जारी कर दी गई है। इसके आधार पर प्रत्याशियों को अपने चुनावी खर्च में ब्यौरा देना होगा।

मीडिया सेल बनाना बड़ी चुनौती

आयोग ने आदेश कर दिया लेकिन मैसेज और फोटोज पर नजर रखने के लिए मीडिया सेल का गठन करना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। सोर्सेज का कहना है कि सोशल मीडिया पर निगरानी केलिए ऐसा कोई साफ्टवेयर या सिस्टम नही उपलब्ध है। फिर भी कमेटी बनती है तो साइबर सेल सहित कॉलेजेस के आईटी एक्सप‌र्ट्स को शामिल करना होगा।

मीडिया सेल के गठन की कार्रवाई चल रही है। जल्द ही कमेटी बना दी जाएगी। चुनाव के दौरान लोगों को आपत्तिजनक पोस्ट करने से बचना होगा। आयोग के आदेशानुसार ऐसा करने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

-दिनेश तिवारी, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी, निकाय चुनाव