BAREILLY: वैसे तो ये रोज सुबह उठते ही अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में जुट जाती हैं पर थर्सडे को जब मौका देश की सबसे बड़ी जिम्मेदारी निभाने का था तो ये रोज से ज्यादा एक्टिव मोड में नजर आई। फुर्ती दिखाना लाजिमी भी था बात देश के सबसे बड़े सियासी मेले में शामिल होने की जो थी। तो बस ये उठीं हर उस मिथ को तोड़ती हुईं जो कहती हैं कि आधी आबादी अपनी पूरी जिम्मेदारी नहीं निभाती। इसका असर सिटी के हर पोलिंग सेंटर पर साफ देखने को मिला। हर बूथ पर लगी लाइनों में सबसे आगे मेल्स की जगह फीमेल्स की फौज नजर आई। सुबह से शुरू हुआ 'बहुओं का बहुमत' देर शाम तक चलता रहा।

डाला सबसे पहला वोट

तहसील सदर में बने एक पोलिंग सेंटर पर सबसे पहले एक महिला ही वोट डालने पहुंची। वहीं हर बूथ में लगी लाइन में सबसे ज्यादा लेडीज ही नजर आ रही थीं। नगर निगम के बूथ पर भी महिलाएं ही आगे नजर आई। जब हमारा काफिला बरेली कॉलेज पहुंचा तो यहां भी महिलाओं का जोश देखते ही बना। तेज धूप में अपनी बारी का इंतजार कर रहीं लेडीज को वोट करने के लिए ये देरी बिल्कुल नहीं खली।

खुद आई आगे निकलकर

एक जमाने में अपने घर के मेल मेंबर्स के कहने पर वोट डालने जाने वालीं लेडीज इस बार खुद आगे बढ़कर देश के निर्माण में अपना योगदान करने आगे निकलकर आई। सुबह उठते ही अपने घर की जिम्मेदारी निभाने के साथ उन्होंनें देश की जिम्मेदारी को भी बखूबी निभाया। यही नहीं वोट डालने के लिए अगर किसी का साथ नहीं मिला तो खुद ही अकेले अपना हक अदा करने निकल पड़ीं।

खुलकर कही िदल की बात

अकसर अपने विचारों को दिल के कोने में छिपा कर रखने वाली आधी आबादी इस बार पूरी तरह खुलकर सामने आई। सिटी के सांसद को चुनने के लिए किसी की बात पर कान न धरके बस अपनी समझ की सुनी। जब वोट करने के मुद्दे पूछे गए तो सभी ने बेबाकी से जवाब दिया कि आज देश में महंगाई, भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी बेकाबू हो चुकी है। फीमेल सिक्योरिटी के नाम पर कानून तो हैं पर उनका कोई फायदा नहीं। इसलिए अब ऐसे नेता को देश का मुखिया बनाना है जो इन सब प्रॉब्लम्स का एक सही सॉल्यूशन हमें दे सके।

आज देश की 70 परसेंट आजादी यूथ है तो जाहिर सी बात है देश को बदलने का सबसे ज्यादा भार युवा कंधों पर ही है। मैं भी एक यंग वोटर हूं, तो मैं देश के ब्राइट फ्यूचर में अपना इनपुट देने से कैसे पीछे रह सकती हूं। मैंने अपना वोट कास्ट कर दिया है और उम्मीद करती हूं कि मेरा वोट एक बेहतर नेता को देश के सबसे जिम्मेदार पद पर पहुंचाएगा।

अफसार, स्टूडेंट

मैं पेशे से टीचर हूं। दूसरी बार अपना वोट डालने आई हूं। मैं सिर्फ इसलिए वोट डालने आई हूं क्योंकि मैं चाहती हूं कि देश में एक सही सरकार बने। मैंने महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को ध्यान में रखकर अपना वोट कास्ट किया है। दिल्ली गैंग रेप से साफ झलकता है कि महिलाएं देश में सेफ नहीं है, इसलिए नई सरकार आना जरूरी है।

सोनाक्षी, टीचर

मौजूदा सरकार ने देश के लिए कुछ भी नहीं किया है। अब देश में बदलाव की जरूरत है। आज देश में लाखों युवा बेरोजगार हैं। वह जॉब के लिए भटकते रहते हैं पर उन्हें सिवाए मायूसी के कुछ नहीं मिलता। अब बहुत हुआअब देश को हर युवा को मिलेगा रोजगार क्योंकि मैंने चुनी है एक अच्छी सरकार।

-प्रियंका,