- स्थाई सरकार से ही होगा देश का विकास

- सिटी के यूथ के बीच जारी है चुनावी चर्चा का दौर

GORAKHPUR : जब तक सेंटर में कोई पूर्ण बहुमत वाली सरकार नहीं आएगी, तब तक विकास की उम्मीद करना बेमानी है। इस बार के लोक सभा चुनावों में सबसे बड़ा रोल यूथ प्ले करेंगे। पॉलिटिकल पार्टीज के लिए ये महासमर इस बार अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगा क्योंकि इस बार यूथ तैयार है अपने वोट के जरिए देश की किस्मत बदलने को। सिटी के यूथ का मानना है कि देश के सारे युवा अगर एकजुट होकर किसी पार्टी को सपोर्ट करते हैं तो केंद्र में अच्छी सरकार बन सकती है बशर्ते पार्टी और उसके कैंडिडेट्स का चुनाव सही ढ़ंग से हो।

गोविंद पंत पार्क में चुनावी चकल्लस

आई नेक्स्ट के हैं तैयार हम कैंपेन के चलते सिटी में इलेक्शन को लेकर इन दिनों खूब गॉसिप हो रही है। मंडे को हमारी टीम पहुंची गोविंद पंत पार्क में, जहां यूथ का एक ग्रुप चुनावी चकल्लस जमाए हुए था। उनकी बातों से ये जाहिर हो गया कि इस बार इलेक्शन में युवाओं को नजरअंदाज करना पॉलिटिकल पार्टीज के लिए भारी पड़ सकता है। इस चर्चा के दौरान कई मुद्दे हमारे सामने आए। सतीश तिवारी कहते हैं कि जब तक भ्रष्टाचार समाप्त नहीं होगा, तब तक देश का विकास संभव नहीं है। वहीं नीरज, पुनीत, विश्वास और अतुल ने बताया कि देश के विकास में इंडस्ट्रीज का अहम रोल है। अब पूर्वाचल के विकास का ही ले लीजिए। जितनी बार हमारे प्रतिनिधि लोकसभा चुनकर भेजे गए, लेकिन आज तक इंडस्ट्रीज के डेवलपमेंट को लेकर किसी ने कोई प्रयास नहीं किए। यही कारण है कि यहां के यूथ को दूसरे सिटी में नौकरी के लिए जाना पड़ता है।

अतुल त्रिपाठी - यार लोकसभा चुनाव करीब है, लेकिन डेवलपमेंट के नाम पर पूर्वाचल में कुछ भी नहीं हुआ है।

सतीश तिवारी - हां, यार सही कह रहे हो, चाहे नेता चाहे किसी भी पार्टी का रहा हो, लेकिन किसी ने आज तक इस क्षेत्र का विकास नहीं किया।

पुनीत चतुर्वेदी - विकास के नाम पर पिछले कई वर्षो से पूर्वाचल में कुछ भी नहीं हुआ। अगर यहां के प्रतिनिधि अपने फंड से भी विकास करते तो शायद तस्वीर कुछ?और होती।

नीरप विश्वास - सतीश, मैं आपके बात सहमत हूं। इस बार लोकसभा इलेक्शन बड़ा ही कंफ्यूजन भरा है। कौन विकास करेगा और कौन विकास के नाम पर वोट लेने के बाद ठगेगा, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।

अनुपम त्रिपाठी - यार, वोट किसे दें, और किसे न दें, बड़ा कंफ्यूजन है। खैर इस बार तो राइट टू रिजेक्ट भी ऑप्शन भी है। उसका भी लोग यूज करेंगे ही, इससे पता चलेगा कि लोग अब किसी कैंडिडेट्स को पसंद नहीं कर रहे हैं।

दीपक कुमार - कैंडिडेट्स की छवि अगर अच्छी है और उसका चरित्र उत्तम है तो उसे वोट जरूर देना चाहिए। इसके अलावा कैंडिडेट्स को डेवलपमेंट पर जरूर ध्यान देना होगा।