PATNA : प्रधानमंत्री जी पसीना पोछ-पोछकर और पानी पी-पीकर वायदों की नई बौछार करने फिर से आ गए हैं। मगर उनके वायदों का क्या विश्वास! वे तो बिना रूके वायदे करते चले जाते हैं। पूरा तो उनमें से कोई होता नहीं। बिहार प्रदेश जनता दल यू के प्रवक्ता डॉ। निहोरा प्रसाद यादव ने ये बातें कहीं। डॉ। यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय क्या-क्या वायदे किए थे? विदेशों से कालाधन लाएंगे। इससे हर गरीब को क्भ् से ख्0 लाख रूपए यूं ही मुफ्त में मिल जाएंगे। बाद में कह दिया कि वह तो चुनावी जुमला था। कहा था कि कोसी के विकास के लिए जो परियोजनाएं शुरू की गई थीं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा। निर्मली में रेल महासेतु परियोजना पूरा करने का वायदा किया था। नेपाल से वार्ता करके जल प्रबंधन संबंधी विवाद के स्थाई समाधान का वायदा किया था। मोतिहारी में लीची फ्रूट प्रोसेसिंग प्लांट की बात कही थी। कहा था कि गन्ना समेत अन्य कृषि उत्पादों का लागत मूल्य पर भ्0 फीसदी मुनाफा जोड़कर न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करेंगे। बेतिया को राज्य का पांचवां मेट्रो सिटी बनाने का वायदा किया था। राज्य में चीनी उद्योग को और बढ़ाने की बात कही थी। हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने की बात की थी। कहा था कि म्0 महीने में म्0 वर्ष का पाप धो दूंगा। देश की कायापलट कर दूंगा।

डॉ। यादव ने कहा कि एक भी वायदा पूरा नहीं किया। बल्कि केन्द्र में सरकार बनाते ही वायदों से उलट जनता के लिए घातक और अपने कारपोरेट दोस्तों को फायदा पहुंचाने वाले फैसले किए- श्रम कानूनों में मजदूर विरोधी संशोधन किए। अडाणी को म्फ्00 करोड़ रुपये का सॉफ्ट लोन दिलवाया। भूमि अधिग्रहण अध्यादेश लाकर कारपोरेट को देने के लिए किसानों से जमीन छीनने की तैयारी की। देश की कला, साहित्य, संस्कृति, विज्ञान, इतिहास हर क्षेत्र की स्थापित प्रगतिशील परंपरा को तहस-नहस करने का काम किया। हर जगह आरएसएस और कट्टर हिन्दुवादी लोगों को घुसेड़ कर। हा कि बिहार की जनता आपको और आपकी जुमलेबाजी को पहचान चुकी है। वह अब आपके झांसे में नहीं आने वाली। उसे चाहिए श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में न्याय के साथ विकास और कानून का राज।