केवल दो ने किया आधे से अधिक खर्च

14-14 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे इलाहाबाद और फूलपुर सीट से.

38.75 लाख गठबंधन के राजेंद्र प्रताप सिंह ने खर्च किए.

37.47 लाख रुपए खर्च किए कांग्रेस के योगेश शुक्ला ने.

27.66 लाख खर्च करके फूलपुर सीट से भाजपा की केसरी देवी पटेल नंबर वन रहीं.

31.71 लाख रुपए खर्च किए भाजपा की रीता बहुगुणा जोशी ने.

17.68 लाख रुपए खर्च कर दूसरे नंबर पर रहे गठबंधन के उम्मीदवार पंधारी यादव.

-कई प्रत्याशियों का निर्धारित लिमिट का आधा भी नहीं हुआ खर्च

-फूलपुर में भाजपा तो इलाहाबाद में गठबंधन ने किया सबसे ज्यादा खर्च

PRAYAGRAJ: महंगाई के इस जमाने में लोकसभा चुनाव प्रत्याशियों ने काफी सस्ता चुनाव लड़ा. प्रचार-प्रसार में भी वह निर्धारित 70 लाख लिमिट का आधा आंकड़ा भी पार नहीं कर सके. फूलपुर से भाजपा की केसरी देवी पटेल और इलाहाबाद सीट से गठबंधन के राजेंद्र प्रताप सिंह प्रचार-प्रसार में सबसे अधिक खर्च करने वाले प्रत्याशी रहे.

लिमिट घटाए जाने का पड़ा असर

इस बार चुनाव आयोग ने नकद लेन-देन की लिमिट को 20 हजार से घटाकर दस हजार रुपए कर दिया था. इसका प्रभाव भी चुनाव में देखने को मिला. प्रत्याशियों ने अधिकतर लेन-देन ऑनलाइन या चेक के जरिए किया. बॉर्डर पर शराब के निर्यात पर भी सख्ती की गई थी. शहर में तमाम चौराहों पर वाहनों की जबरदस्त चेकिंग की गई. इसके चलते नकद लेकर चलने वालों में भय का माहौल बना रहा.

अभी बढ़ेगा का खर्च का ग्राफ

ऐसा नही है कि प्रत्याशियों के खर्च का ग्राफ यहीं थम जाएगा. अभी काउंटिंग बाकी है. इस दौरान प्रत्याशियों के एजेंट और उनका खानपान समेत तमाम खर्च जोड़ा जाएगा. इतना ही नहीं दस से बारह मई के बीच भी डोर-टू-डोर प्रचार चला था. 12 से 23 मई के बीच मुंडेरा मंडी में रहने वाले एजेंट का खर्च भी जोड़ा जाना है. इसकी वजह से प्रत्याशियों के खर्च का ग्राफ ऊपर जा सकता है.

वर्जन..

चुनाव में प्रत्याशियों के अनाप शनाप खर्च पर रोक लगाने के जबरदस्त इंतजाम किए गए थे. इसका परिणाम भी सामने आया है. जिन लोगों ने खर्च बताने में गड़बड़ी की है उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी.

-राकेश सिंह, मुख्य कोषागार अधिकारी इलाहाबाद