शिवपुर में एसओ व होमगार्ड कमांडेंट भिड़े, माहौल गरमाया

कई सेंटर पर पीने का पानी, कुर्सी-मेज, टॉयलेट का इंतजाम भी नहीं

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जिस जिले के चुनाव पर पूरे देश की नजर लगी है वहां के मतदान केंद्रों पर दु‌र्व्यवस्था का आलम ये है कि उसे देखकर पोलिंग पार्टियों का पारा चढ़ जा रहा है. नतीजा ये हुआ कि शिवपुर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय के मतदान केंद्र पर एसओ शिवपुर व होमगार्ड कमांडेंट आपस में भिड़ गए. दोनों में नोकझोंक के बाद हाथापाई की नौबत आ गई. होमगार्ड कमांडेंट का कहना था कि बीते छह फेज की वोटिंग में ऐसी दु‌र्व्यवस्था नहीं देखी. उन्होंने आश्चर्य जताया कि जहां खुद पीएम नरेंद्र मोदी उम्मीदवार हैं वहां ऐसी दु‌र्व्यवस्था सोच से परे है.

कहीं टीन शेड तो हैंडपंप खराब

पोलिंग सेंटर के तैयारियों की पोल शनिवार को तब खुली जब पोलिंग पार्टियां नक्खी घाट के बूथ संख्या 301 व 302 पर पहुंची. टीन शेड के नीचे मतदान स्थल बनाया गया है. पीने का पानी नहीं है. रात आठ बजे तक पेयजल पर कर्मचारियों का पांच सौ रुपये खर्च हो चुका था. शौचालय इतना गंदा था कि समीप खड़ा होना भी मुश्किल था. सोने की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी. पंखा नदारद और परिसर में कांच के टुकड़े फैले नजर आए. दोनों बूथ पर 10 कर्मचारियों की तैनाती है, जबकि मौके पर सिर्फ तीन कुर्सियां नजर आई. मतदान कराने के लिए पांच टेबल चाहिए, मौके पर दो रखी मिलीं. चौबेपुर के गरथौली में भी पेयजल का इंतजाम नहीं था. सारनाथ के सिंहपुर स्थित संकट मोचन इंटर कालेज के कमरों में पंखा नहीं लगा था. सभी गर्मी से परेशान थे. खिड़की पर दरवाजे नहीं थे. पीने का पानी नहीं था. हैंडपंप खराब था. चारपाई नहीं थी. अनौरा गांव के प्राथमिक स्कूल में शौचालय बंद मिला. हैंडपंप से बालू निकल रहा था. भगतूपुर प्राथमिक विद्यालय में लाइट की व्यवस्था नहीं थी. शौचालय गंदा था.

हाल देख भड़के कर्मचारी

दुर्गाकुंड स्थित प्राथमिक विद्यालय पर सुबह 11.30 बजे दु‌र्व्यवस्था देख पोलिंग पार्टी आक्रोशित हो गई. मतदान केंद्र पर न तो बैठने की व्यवस्था थी और न ही पंखा लगा था. गर्मी व उमस से बेहाल कर्मचारियों ने विरोध किया तो पंखा व कुर्सी की व्यवस्था की गई. कर्मचारियों का कहना था कि परिसर में एक तो दो ही टॉयलेट है इसमें भी पानी की व्यवस्था नहीं है. कर्मचारियों व सुरक्षा बल की संख्या लगभग 50 के करीब है. इसमें 24 कार्मिक, 12 होमगार्ड, चार पैरा मिलिट्री, चार सिविल पुलिस, चार चौकीदार हैं.

..तो कैसे भेजेंगे अपडेट

पोलिंग सेंटर पर सबसे अधिक परेशानी मोबाइल फोन को चार्ज करने की है. कहीं भी ऐसी व्यवस्था नहीं की गई है जिससे वे मोबाइल चार्ज कर सकें जबकि मोबाइल फोन के माध्यम से वोट के परसेंटेज का अपडेट करना है. यही नहीं कई और सूचनाओं का आदान-प्रदान भी करना होता है.

सीसी कैमरा न कर दे चुगली

रामनगर के एक पोलिंग सेंटर में सीसी कैमरा ऐसा लगा है जिससे वोटर के मतदान की गोपनीयता भंग हो सकती है. प्रभुनारायण इंटर कालेज के रूम में लगे सीसी कैमरे से ऐसी आशंका व्यक्त की जा रही है. कैंपस में लगे कैमरे वोटर की एक एक हरकत को कैद कर लेंगे. वहीं रामनगर के प्राइमरी स्कूल व नवीन पब्लिक स्कूल में सीसी कैमरा नहीं लगा है.