पवन नौटियाल

प्रदेश में हुए रिकॉर्ड मतदान के बाद सियासी दलों के माथे पर दिखने लगी चिंता की लकीरें

बढ़े हुए मतदान को लेकर पार्टियां फिर सर्वे कराने की तैयारी में

देहरादून,

उत्तराखंड में 69 सीटों पर हुए रिकॉर्ड मतदान के बाद सियासी दलों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ नजर आने लगी हैं। सबकी टेंशन बढ़ी हुई है। पार्टियां सीट वाइज वोटिंग परसेंटेज को लेकर गुणा भाग कर रहे हैं। कुछ सीटों पर वोटिंग प्रतिशत बहुत ज्यादा बढ़ा है तो कई ऐसी सीटें भी हैं जहां ये घटा है। मुख्य लड़ाई कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही है, लेकिन यूकेडी और बीएसपी भी कई सीटों पर अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। गुरुवार को अपने-अपने तरीके से फीडबैक लेकर हार-जीत के समीकरण बनाते दिखे। वहीं सोशल मीडिया में दिन भर खबरें आती रहीं कि राष्ट्रीय दल चुनाव बाद एक और सर्वे कराने जा रही हैं। दरअसल वोट काउंटिंग 11 मार्च को होनी है और उत्तराखंड के नेताओं के पास इसके लिए काफी समय बचा है। सो वे इसी रणनीति पर आगे बढ़ रहे हैं कि क्यों न इस वक्त का यूटिलाइजेशन सर्वे के लिए कर लिया जाए ताकि नतीजों से पहले वे नतीजों का नजदीकी से आंकलन कर लें।

सबके अपने-अपने दावे

उत्तराखंड विधानसभा के लिए बुधवार को प्रदेश की 69 सीटों पर रिकॉर्डतोड़ 70 फीसदी मतदान हुआ है। जबकि पिछले चुनाव में 67 फीसदी मतदान हुआ था। सियासी दल बढ़े हुए वोटिंग प्रतिशत को अपने अपने पक्ष में होने का दावा कर रहे हैं। कांग्रेस जहां दोबारा सत्ता में आने का दावा कर रही तो बीजेपी इसे एंटी इंकम्बैंसी फैक्टर बताकर अपनी जीत का दावा कर रही है। इधर प्रदेश का एकमात्र क्षेत्रीय दल यूकेडी अपने दल से सीएम बनाने तक का दावा ठोक रहा है। वो तर्क दे रहा है कि बीजेपी और कांग्रेस के विकल्प के लिए ताबड़तोड़ वोटिंग हुई है।

सोशल मीडिया में फिर आई सर्वे की खबर

इधर, सोशल मीडिया में भी यही खबर छाई रही कि पार्टियां अपने अपने तरीके से फिर जनता के बीच जाने वाली हैं ताकि हार-जीत का आंकलन लगाया जा सके। राजनीतिक विश्लेषकों का दावा है कि इस प्रकार के सर्वे से ये भी बात सामने आ सकती है कि अगर प्रदेश में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिलता है तो क्या रणनीति अपनाई जा सकती है। ताकि पहले से ही तैयारी की जा सके।

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हमने अपने सभी कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया है। वर्तमान की स्थिति में हमारी 46 सीटें आ रही हैं। हरीश रावत सरकार के अच्छे कार्यों को देखकर ही जनता ने मतदान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है।

किशोर उपाध्याय, पीसीसी चीफ

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प्रदेश की जनता ने बदलाव का मन बना लिया है। हमारी सरकार आ रही है। हम 50 सीटें जीत रहे हैं। कांग्रेस गलतफहमी में है। युवाओं और महिलाओं ने बढ़ चढ़कर वोटिंग में हिस्सा लिया है और ये बताता है कि वे बदलाव के लिए आगे आए हैं।

विनय गोयल, प्रवक्ता, बीजेपी

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जनहित के मुद्दे उठाने के कारण पहली बार प्रदेश में यूकेडी सरकार बना रही है। जनता ने हमें भरपूर समर्थन दिया है। प्रदेश का नया सीएम क्षेत्रीय दल का ही होगा।

शांति भट्ट, केन्द्रीय प्रवक्ता, यूकेडी