- शिक्षक, अवर अभियंता सहित कई कर्मचारी निशाने पर आए

- प्रशिक्षण में पारंगत नहीं होने पर फिर से हाजिर होने के भी निर्देश

बरेली --

एसवी इंटर कॉलेज में चल रहे ट्रेनिंग को गंभीरता से न लेने वाले कर्मचारियों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है. दो जूनियर हाईस्कूल के सहायक अध्यापक सहित सिचाई विभाग के अवर अभियंता की लापरवाही मिली, जिनमें से एक मास्टर ट्रेनर से ही उलझ गए. कक्ष संख्या 13 की पोलिंग पार्टियों में शामिल अधिकांश कर्मचारी प्रशिक्षण की परीक्षा में फेल हो गए, जिस पर इन सभी पर संबंधित विभागाध्यक्षों को नोटिस भेजा जा रहा है. प्रशिक्षण में पारंगत नहीं होने पर फिर से उपस्थिति होने की कार्रवाई भी की है.

मास्टर ट्रेनरों से उलझना पड़ा भारी

सीसीटीवी से प्रशिक्षण कक्षों की निगरानी करने के दौरान देखा कि पीठासीन बनाए गए जूनियर हाईस्कूल मेहतरपुर करोल के सहायक अध्यापक कमर अली कक्ष में प्रशिक्षण प्राप्त करने में रुचि नहीं ले रहे हैं. जूनियर हाईस्कूल रिछा के सहायक अध्यापक कपिल देव मास्टर ट्रेनर की जानकारी दिए जाने पर बहस करने लगे. सिचाई विभाग के अवर अभियंता ईवीएम को शुरू करना तक नहीं सीख पाए.

परीक्षा में नहीं दे सके जवाब

कक्ष संख्या 13 में प्रशिक्षण ले रही 1425 से 1450 तक की पोलिंग पार्टियों में से कुछ कर्मचारी अंदर बाहर हो रहे थे. कुछ ईवीएम को घेरे खड़े थे तो कई आपस में बातों में मशगूल थे. मास्टर ट्रेनरों की चेतावनी का भी उन पर असर नहीं हुआ. जिस पर सहायक प्रभारी प्रशिक्षण विवेक श्रीवास्तव कक्ष में पहुंचे और प्रशिक्षण की परीक्षा ली. कर्मचारियों से पूछा. मॉक पॉल के दौरान ईवीएम से जुड़ी एक मशीन खराब होने पर क्या करना होगा, जिस पर अधिकांश ने चुप्पी साध ली.

चार लोगों को बैठाकर रखा

ट्रेनिंग सहायक प्रभारी विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि जो चार पीठासीन अधिकारी कुछ भी सीखने पर अकड़ दिखा रहे थे. उन सभी को तब तक बैठाकर रखा जब तक वो सीख नहीं गए. जब सभी मास्टर ट्रेनर इस बात से इंसियोर हो गए कि अब यह सभी सीख चुके है तब जाकर उन्हे डयूटी से रिहा किया गया.

जो लोग ट्रेनिंग में सीखना नहीं चाह रहे थे उनको एक्स्ट्रा समय बिठाकर ट्रेनिंग दिलवाई और बाद में सभी के विभागध्यक्षों को उनके खिलाफ नोटिस जारी किया है.

विवेक श्रीवास्तव, सहायक प्रभारी ट्रेनिंग