-बिजली विभाग के मास रेड की रफ्तार हुई सुस्त

-दो खण्डों की ओर से हुई छोपेमारी के बाद अन्य खण्डों से नहीं आ रही कोई रिपोर्ट

-कैसे पकड़ी जा रही है बिजली चोरी

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बिजली विभाग में अभी भी बिजली चोरी करने वाले चोरों के हौसले बुलंद है.जिसे तोड़ने के लिए पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम की ओर से मास रेड अभियान चलाया गया। लेकिन इस अभियान के तहत जारी छापेमारी के दौरान बिजली चोरी के मामले में कहां और कितने लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई, इसका रिकार्ड खुद विभाग के पास भी नहीं है.जबकि अभियान शुरू हुए 6 दिन से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है। सीधे तौर पर कहे तो चोरों को पकड़ने के लिए एक सप्ताह तक चलने वाला अभियान जोर नहीं पकड़ सका। वहीं अधिकारियों का कहना हैं कि मास रेड अभियान जारी है। ये अलग बात है कि अभी रिकार्ड डिस्क्लोज नहीं किया जा रहा है।

पहले दिन 7 लाख की वसूली

बीते बुधवार को बिजली विभाग ने शहर के सभी सातों खण्ड के अधिकारियों को खण्ड वाइज रोजाना छापेमारी करने का निर्देश जारी किया गया था। पहले दिन भेलूपुर स्थित खण्ड-प्रथम के अधिशासी अभियंता की टीम ने बिजली चोरी के खिलाफ संकुलधारा, बिरदोपुर, सुदामापुर समेत दर्जनों में मुहल्लों में अभियान चलाकर करीब 700 घरों की जांच कराई। जिसमें तीन बिजली चोरों के खिलाफ एफआईआई दर्ज कराई गई। इसके साथ ही विभाग बिल संयोजन में 7 लाख से अधिक का राजस्व वसूला। वहीं दूसरे दिन के खण्ड सप्तम की ओर से चले अभियान में 116 घरों की जांच में 30 घरों में बिजली चोरी पकड़ी गई। जिसमें एक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया।

बंद हो गया अभियान

आला अधिकारियों का कहना हैं बिजली चोरी के खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान शुक्रवार को पड़ाव स्थित सूजाबाद में उपभोक्ताओं अभियान का विरोध करते हुए जेई व एसडीओ के साथ मारपीट कर प्राथमिकी दर्ज करा दी थी। जिसकी वजह से अधिकारियों ने अभियान में जाने से हाथ खड़े कर दिए। सूत्रों का कहना हैं कि सत्ताधारी पार्टीं के सहयोग के चलते बिजली चोरों के हौसले इतने बुलंद है कि वे अधिकारियों को उनका काम करने नहीं दे रहे है। यही वजह है कि बिजली चोरों पर लगाम नहंी लग पा रहा है।

बीते दिनों चोरी की बिजली इस्तेमाल कर रहे उपभोक्ताओं ने बिजली काटने का विरोध करते हुए एसडीओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी थी। जिसके बाद इस अभियान को रोक दिया गया।

आशीष अस्थाना, सुप्रिटेंडिंग इंजीनियर-पीवीवीएलएल

ऐसी कोई बात नहीं है। मास रेड के तहत अभियान जारी है। एक सप्ताह बाद सभी रिपोर्ट एक साथ डिस्क्लोज की जाएगी।

एके श्रीवास्तव, चीफ इंजीनियर-पीवीवीएलएल

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एक नजर

250000

के करीब उपभोक्ता है शहरी क्षेत्र में

125000

के करीब उपभोक्ता है ग्रामीण क्षेत्र में

40

फीसदी के करीब है कुल बकाएदार

10

फीसदी के करीब बड़े बकाएदार

22

फीसदी के करीब है लाइन लॉस

07

लाख से ज्यादा की वसूली हुई पहले दिन के मास रेड में

03 के खिलाफ दर्ज हुआ एफआईआर