- सिविल लाइंस का एसएसओ कर्मचारियों के साथ कर रहा था खेल

BAREILLY:

बकाया वसूली की आड़ में बिजली विभाग के कर्मचारी लूट-खसोट पर उतारू हो गए हैं। आलम यह है कि जिनका बिल बकाया नहीं है, उनका भी कनेक्शन काट दे रहे हैं। मंडे को आर्मी सॉल्वेशन चर्च के सामने स्थित संजय जैन के घर का बिजली कनेक्शन काटने के लिए कर्मचारी सीढ़ी लगा रहे थे। तभी उनकी निगाह कर्मचारियों पर पड़ गई। जब उन्होंने बिल जमा होना बताया तो कर्मचारी दो साल पहले बकाया रहे बिल का हवाला देकर धमकाने लगे। हालांकि, बात बिगड़ती देख वह मौके से खिसक लिये।

नहीं दिखाई बकाएदारों की सूची

वन विभाग में काम करने वाले संजय जैन ने 2 किलोवॉट का बिजली कनेक्शन लिया है। उन पर बिजली बिल 30 हजार रुपए का बकाया था, जिसे उन्होंने बीते सितम्बर में जमा कर दिया था। उनके ऊपर एक रूपए का भी ड्यूज नहीं हैं। फिर भी बिजली कर्मचारी मंडे को संजय के घर पहुंच गए। पोल पर सीढ़ी लगा कर बिजली कनेक्शन काटने लगे। यह देख संजय ने इस बात का विरोध किया और उन्होंने कहा कि बकाए बिल की लिस्ट दिखाएं और बताएं की बकाएदारों की सूची में उनका नाम कहां है। संजय की इस बात पर बिजली कर्मचारी धमकी देने लगे। मामला बढ़ते देख बिजली कर्मचारी बिना कनेक्शन काटे ही लौट गए।

रिश्वत मांगने का मामला आ चुका है सामने

यह कोई पहला मौका नहीं है। अवैध वसूली का खेल इससे पहले भी आ चुका हैं। कुछ महीने पहले ही नया बिजली कनेक्शन देने के नाम पर कुतुबखाना सब स्टेशन के जेई और लाइनमैन द्वारा 4 हजार रूपए रिश्वत मांगे जाने का मामला सामने आया था। खूब हो हल्ला मचने के बाद कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया था। वहीं इस मामले में एसई मनोज पाठक को सस्पेंड कर दिया गया था। बड़ा बाजार, ओल्ड सिटी, संजय नगर, जगतपुर सहित अन्य एरिया में इसी हरकत की वजह से बिजली कर्मचारियों पर हमला भी हो चुका है।

405 बकाएदारों पर होने हैं एक्शन

शहर में चार डिवीजन हैं। इनमें अंतर्गत 1.80 लाख बिजली कंज्यूमर्स आते हैं। इनमें से सैकड़ों कंज्यूमर्स और सरकारी विभागों पर बजली बिल बकाया है। बिजली बिल वसूली के लिए कर्मचारियों को 405 बड़े बकाएदारों की लिस्ट दी गई है। ताकि, लिस्ट के आधार पर चेकिंग टीम बकाया वसूली के साथ ही बिजली कनेक्शन काटने का काम सकें, लेकिन कर्मचारी बकाएदारों की आड़ मेंउनके कनेक्शन काट रहे हैं, जो बिल जमा किए हुए हैं।

बॉक्स

- 4 डिवीजन में बंटा हैं शहर।

- 1.80 लाख बिजली कंज्यूमर्स।

- 400 से अधिक बड़े बकाएदार।

- 50 करोड़ रुपए जनरेट होता है हर महीने बिजली बिल।

- 40 करोड़ रुपए हर महीने होती है राजस्व की प्राप्ति।

बिजली कर्मचारी यदि किसी को बेवजह परेशान कर रहे हैं, तो यह गलत हैं। कंज्यूमर्स इस बात की शिकायत अपने डिवीजन के एक्सईएन से कर सकते हैं। यदि, सुनवाई नहीं होती है, तो मुझसे भी डायरेक्ट शिकायत कर सकते हैं।

विजय कुमार, चीफ इंजीनियर बिजली विभाग

मैं हर महीने बिजली बिल जमा करते आ रहा हूं। 30 हजार रुपए का बिल बकाया था। जिसे मैंने सितम्बर में ही जमा कर दिया था। मेरे ऊपर कोई ड्यूज नहीं है। फिर भी बिजली कर्मचारी कनेक्शन काटने पहुंचे थे।

संजय जैन, पीडि़त