- राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन ने बिल संशोधन पर उठाए सवाल

BAREILLY:

बिजली विभाग में बिल संशोधन के नाम पर करोड़ों रुपए का खेल चल रहा है। जिससे सरकारी राजस्व को क्षति पहुंच रही है। वेडनसडे को राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन के पदाधिकारियों ने विद्युत वितरण मंडल के अधीक्षण अभियंता से मिलकर इस बात की जानकारी दी।

पावर कॉरपोरेशन को हो रहा नुकसान

यूनियन के पदाधिकारियों का कहना था कि सभी वितरण खंडों में बिल संशोधन के नाम पर खेल चल रहा है। रुपए लेकर बिल कम किए जा रहे हैं। जिससे करोड़ों रुपए की आर्थिक क्षति कॉरपोरेशन को पहुंचायी जा रही है। मंडल के अंतर्गत जेई और विजिलेंस टीम द्वारा जो भी एफआईआर दर्ज कराई जा रही है, उनके शमन शुल्क एवं राजस्व निर्धारण में अनियमितता बरती जा रही है। बिजली उपभोक्ताओं से भारी रिश्वत ली जा रही है। जिससे पावर कॉरपोरेशन को राजस्व की हानि के साथ-साथ छवि धूमिल हो रही है।

किराया भी कम दिए जा रहे

वहीं यूनियन के पदाधिकारियों ने अधीक्षण अभियंता को उनके आवास के किराए को लेकर भी सवाल उठाए। पदाधिकारियों का कहना था कि आप विद्युत निरीक्षण भवन में 18 जून 2015 से निवास कर रहे हैं। इसके एवज में मात्र 2500 किराया दिया जा रहा है। जबकि, नियमानुसार विभाग में 12,000 रुपए जमा किए जाने चाहिए। लिहाजा, विभाग का पैसा ब्याज सहित जमा करने को कहा। इस मौके पर यूनियन के जिला अध्यक्ष विकास सिंह यादव, क्षेत्रीय अध्यक्ष देवेंद्र सिंह, हीरा लाल गुप्ता, अखिलेश यादव, महेंद्र सिंह और केएन सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।