केस वन

बड़ा बाजार निवासी पंकज अग्रवाल नेम चेंज्ड के नाम पर दो बिजली कनेक्शन हैं। पहले कनेक्शन जिसकी बुक संख्या 3404 हैं पर 1,06,194 का बिल बकाया था। बकाया बिल के भुगतान के बगैर बुक संख्या 3402 से दूसरा कनेक्शन जारी कर दिया गया। एक एड्रेस पर तीन कनेक्शन हैं। दो पंकज व एक उनके पिता के नाम पर।

केस टू

बजरिया पूरनमल निवासी सरोज शर्मा नेम चेंज्ड ने नया बिजली कनेक्शन लिया। जबकि, पहला कनेशन इनके पति स्व। आरके शर्मा के नाम था। जिनकी बुक संख्या 5313 है। पहले कनेक्शन पर 99 हजार रुपए बकाया था। फिर भी आरके शर्मा की पत्‍‌नी सरोज शर्मा के नाम दूसरा बिजली कनेक्शन जारी कर दिया गया।

केस थ्री

किला के पास एक बेकरी वाले के ऊपर 1.50 लाख रुपए का बिजली बिल बकाया है। तसलीम नाम के कर्मचारी से सेटिंग कर 1.50 के बिल को खत्म करा दिया। इसके बदले कर्मचारियों से बेकरी मालिक से 40 हजार रुपए लिए। पुराना बिल और कनेक्शन काट कर नया बिजली कनेक्शन दे दिए।

BAREILLY:

राजस्व में घाटा का रोने वाले बिजली विभाग के ऑफिसर बकाया बिल में बड़ा गोलमाल कर रहे हैं। लाखों रुपए के बिल का सेटलमेंट कर रिश्वत डकार रहे हैं। हाल यह है कि लाखों रुपए बकाया बिल वसूल किए बगैर सेम एड्रेस पर पिता की जगह बेटे के नाम से नया कनेक्शन कर दे रहे हैं। यह सारा खेल यहीं तक सीमित नहीं हैं। बल्कि, नए बिजली कनेक्शन देने के नाम पर भी पब्लिक से रिश्वत ली जा रही है। इस बात का खुलासा दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने स्टिंग ऑपरेशन में किया। जिसमें, दो किलोवॉट के कनेक्शन की कीमत का दोगुना रिश्वत मांगने की बात सामने आयी।

जेई करते हैं खेल

पुराना बिल चुकता हुए बिना ही सेम एड्रेस व नेम पर नया बिजली कनेक्शन जारी किया जा रहा है। यह सारा खेल 2 किलोवॉट तक के कनेक्शन में हो रहा है। क्योंकि, 2 किलोवॉट केकनेक्शन जेई स्तर पर होते हैं। कनेक्शन के लिए अप्लाई एड्रेस का जेई सर्वे करते हैं। ताकि, पोल से घर की दूरी कितनी है, अप्लीकेंट्स पर पहले से कोई बकाया तो नहीं है कि जानकारी हो सके। जेई रुपए लेकर सारी बातों को दरकिनार कर दे रहे हैं।

बॉक्स

- 1.80 लाख बिजली उपभोक्ता।

-50 हजार से ज्यादा उपभोक्ता बकाएदार

- 250 मेगावॉट बिजली डेली सप्लाई होती है।

- 50 करोड़ रुपए का बिल हर महीने होता है जेनेरट।

- 40 करोड़ रुपए राजस्व हर महीने होता है प्राप्त।

नियम -

वॉट कनेक्शन - चार्ज

1 - 1,805

2 - 2,225

5 - 8,700

डॉक्यूमेंट - एड्रेस प्रूफ, आईडी प्रूफ और फोटो। किराएदारों को एफिडेविट और मकान मालिक से स्वीकृत पत्र।

दलाल - 1 किलोवॉट के बिजली कनेक्शन का 4 हजार रुपए ले रहे हैं। जबकि, लिए जाने चाहिए 1805 रुपए।

एक ही नाम से सेम विधा के दो बिजली कनेक्शन जारी नहीं किए जा सकते हैं। यदि ऐसा हुआ है, तो गलत है। मामले की जांच कराई जाएगी। दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

पीए मोगा, नोडल अधिकारी, बिजली विभाग