बिजली विभाग के निजीकरण को लेकर किया जा रहा आंदोलन अब और तेज हो गया है। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वाधान में भिखारीपुर स्थित प्रबंध निदेशक कार्यालय पर चल रहा विरोध प्रदर्शन 16वें दिन भी जारी रहा। मंगलवार को हुई सभा में समिति के पदाधिकारी, बिजली कर्मचारी व अभियंताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार अगर 8 अप्रैल तक निजीकरण का फैसला वापस नहीं लेती है तो 9 मार्च से 72 घंटे का कार्य बहिष्कार किया जाएगा। जिसके बाद शहर के उद्योग घरानों और उपभोक्ताओं को होने वाली परेशानी के लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार होगी। पदाधिकारियों ने बताया कि 30 मार्च से चल रहा ज्ञापन दो अभियान भी जारी है। अब तक दर्जनों प्रतिनिधियों को ज्ञापन दिया जा चुका है। विरोध प्रदर्शन के दौरान जिउत लाल, एके श्रीवास्तव, अंकुर, सुनील यादव, जगदीश, नीरज पांडेय, रेनू मौर्य, नरेन्द्र शुक्ला, आर के वाही समेत सैकड़ों बिजली कर्मचारी व अभियंता उपस्थित रहे।