-ऊर्जा मित्र एप की लॉन्चिंग से पहले टेस्टिंग मेसेज रहा सफल

- बिजली कटौती, फीडर बंद रहने सहित अन्य जानकारी मिलेगी पहले

BAREILLY:

बिजली कटौती की एडवांस इंफॉर्मेशन ट्यूजडे कंज्यूमर्स को भेजी गई। बिजली विभाग के गेस्ट हाउस में कमिश्नर पीवी जगनमोहन ने ऊर्जा मित्र एप का इनॉग्रेशन किया। लॉन्चिंग से पहले एप की सक्सेज टेस्टिंग की गई, जिसमें एप डाउनलोड करने वालों के अलावा सामान्य फोन रखने वाले 12,672 कंज्यूमर्स को भी मेसेज भ्ोजा गया।

72 हजार उपभोक्ताओं के नम्बर हैं रजिस्टर्ड

केंद्र सरकार की रूरल इलेक्ट्रिसिटी कॉरपोरेशन (आरईसी) योजना के अंतर्गत यह सुविधा उपभोक्ताओं के लिए शुरू की गई है। ऊर्जा मित्र एप की लॉन्चिग के मौके पर बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर अंशुल अग्रवाल, एसई एनके मिश्रा, एक्सईएन पीए मोगा, राकेश सिंह, अम्बरीश और संदीप सक्सेना मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन कर रहे एक्सईएन पीएम मोगा ने बताया कि शहर में 1,78,000 बिजली उपभोक्ता हैं। जिनमें से 72,000 उपभोक्ताओं के कॉन्टैक्ट नम्बर बिलिंग डाटा में रजिस्टर्ड हैं। जिनके नम्बर के टैगिंग का काम पूरा कर लिया गया है।

नम्बर रजिस्टर्ड करना जरूरी

इस एप की सबसे खास बात यह है कि एक व्यक्ति कम से कम चार लोगों को जोड़ सकता है। ऐसे में दूसरे की भी बिजली से जुड़ी शिकायत एप की मदद से कर सकता है। जिन उपभोक्ताओं के नम्बर रजिस्टर्ड हैं, उन्हें एप के माध्यम से बिजली कटौती, उसके कारण और कितनी देर में बिजली आपूर्ति बहाल होगी इसकी जानकारी मेसेज के थ्रू दी जाएगी। इसका लाभ उन्हीं बिजली उपभोक्ताओं को मिलेगा जिनका मोबाइल नम्बर रजिस्टर्ड है। यदि, आप भी इस सुविधा का लाभ लेना चाहते हैं, तो बिलिंग काउंटर के कर्मचारियों की मदद से बिल की प्रति व प्रार्थना पत्र के साथ मोबाइल नंबर को रजिस्टर्ड करा सकते हैं।

क्या होगा फायदा

यदि, बिजली विभाग के कर्मचारी किसी एरिया में शट डाउन ले रहे हैं, तो उन्हें एप पर जानकारी लोड करनी होगी। जैसे ही सब स्टेशन और फीडर का नाम डाल कर सेंड करेगा। एरिया से जुड़े बिजली उपभोक्ताओं को यहां मैसेज फॉरवर्ड हो जाएगा। जिससे लोगों को यह जानकारी मिल जाएगी कि आज बिजली नहीं आएगी या फिर कितने देर बाद आएगी। लोगों को लाइन में क्या गड़बड़ी है सहित अन्य जानकारी आसानी से मिल जाएगी।

ऊर्जा मित्र एप की लॉन्चिग ट्यूजडे को कर दी गई। जिन बिजली उपभोक्ताओं के नम्बर रजिस्टर्ड हैं, उन्हें बिजली सप्लाई और कटौती की जानकारी मैसेज के थ्रू पहले मिलेगी।

अंशुल अग्रवाल, चीफ इंजीनियर, बिजली विभाग